Uttar Pradesh

StateCommission

A/2005/14

Northern Railway - Complainant(s)

Versus

Vineet Srivastva - Opp.Party(s)

P P Srivastva

08 Jul 2009

ORDER

STATE CONSUMER DISPUTES REDRESSAL COMMISSION, UP
C-1 Vikrant Khand 1 (Near Shaheed Path), Gomti Nagar Lucknow-226010
 
First Appeal No. A/2005/14
(Arisen out of Order Dated in Case No. of District )
 
1. Northern Railway
A
 
BEFORE: 
 HON'ABLE MR. Ashok Kumar Chaudhary PRESIDING MEMBER
 HON'ABLE MR. Sanjay Kumar MEMBER
 
For the Appellant:
For the Respondent:
ORDER

राज् उपभोक्ता  विवाद प्रतितोष आयोग, 0 प्र0 लखनऊ।

                                सुरक्षित

          अपील संख्‍या-14/2005    

1-नार्दन रेलवे द्वारा डी0 आर0 एम0 लखनऊ डी0 आर0 आफिस    (एन0 आर0) हजरतगंज, लखनऊ।

2-नार्थ ईस्‍टर्न रेलवे द्वारा डी0 आर0 एम0 लखनऊ, डी0 आर0 एम0 आफिस (एनईआर) अशोक मार्ग, लखनऊ।  

                                               अपीलार्थीगण                   

                                  बनाम

श्री विनीत श्रीवास्‍तव पुत्र स्‍व0 के0 पी0 श्रीवास्‍तव निवासी ए-863 इन्दिरा नगर, लखनऊ।

                                                   प्रत्‍यर्थी                                 

समक्ष:-

1-मा0 श्री अशोक कुमार चौधरी पीठासीन सदस्‍य।

2-मा0 श्री संजय कुमार सदस्‍य।

अपीलार्थी की ओर से उपस्थित। विद्वान अधिवक्‍ता श्री पी0पी0श्रीवास्‍तव।

प्रत्‍यर्थी की ओर से उपस्थित।           कोई नहीं।

दिनांक 30-12-2014

    मा0 श्री अशोक कुमार चौधरी पीठासीन न्‍यायिक सदस्‍य द्वारा उदघोषित

   निर्णय

     अपीलकर्ता ने प्रस्‍तुत अपील विद्वान जिला मंच लखनऊ द्वारा परिवाद संख्‍या- 739/2000 विनीत श्रीवास्‍तव बनाम नार्दन रेलवे में पारित किये गये आदेश दिनांक 07-12-2004 के विरूद्ध प्रस्‍तुत है जिसमें कि विद्वान जिला मंच द्वारा निम्‍न आदेश पारित किया गया है।

     परिवदी का परिवाद आंशिक रूप से स्‍वीकृत किया जाता है। विपक्षी को आदेश दिया जाता है कि इस आदेश के एक माह के अन्‍दर परिवादी को मानसिक व शारीरिक क्षति हेतु रूपये 2000/- व रूपये 1000/- वाद व्‍यय हेतु अदा करें। आदेश का अनुपालन न करने पर अनपालन न करने की तिथि से उपरोक्‍त समस्‍त धनराशि पर 12 प्रतिशत वार्षिक ब्‍याज देय होगा।

     अपीलकर्ता के विद्वान अधिवक्‍ता का तर्क है कि विद्वान जिला मंच ने अत्‍यधिक क्षतिपूर्ति की धनराशि दिलायी है जो कि न्‍यायोचित नहीं है।

     प्रश्‍नगत निर्णय एवं पत्रावली में उपलब्‍ध अभिलेखों का परिशीलन किया गया। परिवादी द्वारा जो तथ्‍य परिवाद में दिये गये हैं कि उसे तथा उसके परिवार को पूरी यात्रा खड़े होकर उसे करनी पड़ी इसलिए उसे शारीरिक एवं मानसिक कष्‍ट हुआ इसके लिए उसने 50,000/-रू0 की क्षतिपूर्ति दिलाये जाने की मांग की है जिसे विद्वान जिला मंच ने मात्र 2,000/-रू0

2

क्षतिपूर्ति के रूप में दिलाया है एवं 1,000/-रू0 वाद व्‍यय के रूप में दिलाया है जो कि वर्णित परिस्थिति में न्‍यायोचित है अत: विद्वान जिला मंच द्वारा पारित किये गये निर्णय में कोई हस्‍तक्षेप करने की आवश्‍यकता नहीं है तदनुसार अपील निरस्‍त की जाती है।  

                     आदेश

अपील निरस्‍त की जाती है।

वाद व्‍यय पक्षकार अपना-अपना स्‍वयं वहन करेंगे।

     इस निर्णय/आदेश की प्रमाणित प्रतिलिपि उभय पक्ष को नियमानुसार उपलब्‍ध करा दी जाये। 

 

 

 

 

 (अशोक कुमार चौधरी)                                 (संजय कुमार)

 पीठासीन सदस्‍य                                             सदस्‍य

 मनीराम आशु0-2

 कोर्ट- 3  

 
 
[HON'ABLE MR. Ashok Kumar Chaudhary]
PRESIDING MEMBER
 
[HON'ABLE MR. Sanjay Kumar]
MEMBER

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