संयुक्त निकालपत्र :- (दि.21.09.2010) (द्वारा - श्री.एम्.डी.देशमुख, अध्यक्ष) (1) प्रस्तुत ग्राहक तक्रार केस नं.16 ते 18/2010 या तिन्ही तक्रारींच्या विषयांमध्ये साम्य आहे. तसेच, सामनेवाला हे देखील एकच असल्याने हे मंच तिन्ही प्रकरणांमध्ये एकत्रित निकाल पारीत करीत आहे. (2) प्रस्तुतच्या तक्रारी स्विकृत करुन सामनेवाला यांना नोटीसीचा आदेश झाला. सामनेवाला क्र.1, 2, 5 व 16, सामनेवाला क्र.3, 4, 6, 7, 8, 13 व 14, यांनी तसेच, सामनेवाला क्र. 10 व 12 यांनी त्यांची एकत्रित म्हणणे दाखल केलेली आहेत. सामनेवाला क्र.9, 11 व 15 यांनी त्यांचे स्वतंत्र म्हणणे दाखल केले आहे. सुनावणीचेवेळेस, दोन्ही बाजूंच्या वकिलांनी युक्तिवाद केला. (3) तक्रारदाराची थोडक्यात तक्रार अशी, यातीलसामनेवाला क्र.2 ही सामनेवाला यांची शाखा बंद आहे. सामनेवाला क्र.16 हे सामनेवाला संस्थेवर प्रशासक म्हणून कार्यरत आहेत. यातील तक्रारदारांनी सामनेवाला पतसंस्थेकडे मुदत बंद ठेवीच्या स्वरुपात व सेव्हींग्ज खात्यावर रक्कमा ठेवलेल्या आहेत, त्यांच्या तपशील खालीलप्रमाणे :- अ.क्र. | तक्रार क्र. | ठेव पावती क्र. | ठेव रक्कम | ठेव तारीख | मुदतपूर्ण तारीख | मुदतपूर्ण रक्कम | 1. | 16/2010 | 058001077 | 10000/- | 04.12.2003 | 30.09.2006 | 10000/- | 2. | --”-- | 058001078 | 10000/- | 04.12.2003 | 30.09.2006 | 10000/- | 3. | --”-- | 058001079 | 10000/- | 04.12.2003 | 30.09.2006 | 10000/- | 4. | --”-- | 058001080 | 10000/- | 04.12.2003 | 30.09.2006 | 10000/- | 5. | --”-- | 058001081 | 10000/- | 04.12.2003 | 30.09.2006 | 10000/- | 6. | --”-- | 058001112 | 9000/- | 03.02.2004 | 03.03.2006 | 11246/- | 7. | --”-- | 058001113 | 9000/- | 03.02.2004 | 03.03.2006 | 11246/- | 8. | --”-- | 058001114 | 9000/- | 03.02.2004 | 03.03.2006 | 11246/- | 9. | --”-- | 058001115 | 9000/- | 03.02.2004 | 03.03.2006 | 11246/- | 10. | --”-- | 058001116 | 9000/- | 03.02.2004 | 03.03.2006 | 11246/- | 11. | --”-- | 058001117 | 9000/- | 03.02.2004 | 03.03.2006 | 11246/- | 12. | --”-- | 058001118 | 9000/- | 03.02.2004 | 03.03.2006 | 11246/- | 13. | --”-- | 058001119 | 9000/- | 03.02.2004 | 03.03.2006 | 11246/- | 14. | --”-- | 058001120 | 9500/- | 03.02.2004 | 03.03.2006 | 11871/- | 15. | --”-- | 058001121 | 9000/- | 03.02.2004 | 03.03.2006 | 11246/- | 16. | --”-- | 058001134 | 9000/- | 03.02.2004 | 03.03.2006 | 11246/- | 17. | --”-- | 054005005906 | 15000/- | 20.04.2005 | 19.06.2005 | 15197/- | 18. | --”-- | 054005005907 | 15000/- | 20.04.2005 | 19.06.2005 | 15197/- | 19. | --”-- | 054005005908 | 15000/- | 20.04.2005 | 19.06.2005 | 15197/- | 20. | --”-- | 054005005909 | 15000/- | 20.04.2005 | 19.06.2005 | 15197/- | 21. | --”-- | 054005005910 | 15000/- | 20.04.2005 | 19.06.2005 | 15197/- | 22. | --”-- | 054005005911 | 9000/- | 20.04.2005 | 19.06.2005 | 9118/- | 23. | --”-- | 054005005954 | 10000/- | 11.06.2005 | 10.08.2005 | 10000/- | 24. | --”-- | 054005005955 | 10000/- | 11.06.2005 | 10.08.2005 | 10000/- | 25. | --”-- | 054005005956 | 10000/- | 11.06.2005 | 10.08.2005 | 10000/- | 26. | --”-- | 054005005957 | 10000/- | 11.06.2005 | 10.08.2005 | 10000/- | 27. | --”-- | 054005005958 | 10000/- | 11.06.2005 | 10.08.2005 | 10000/- | 28. | --”-- | 054005005959 | 10000/- | 11.06.2005 | 10.08.2005 | 10000/- | 29. | --”-- | 054005005960 | 10000/- | 11.06.2005 | 10.08.2005 | 10000/- | 30. | --”-- | 054005005961 | 10000/- | 11.06.2005 | 10.08.2005 | 10000/- | 31. | --”-- | 054005005962 | 10000/- | 11.06.2005 | 10.08.2005 | 10000/- | 32. | --”-- | 054005006024 | 10000/- | 05.09.2005 | 04.11.2005 | 10000/- | 33. | --”-- | 054005006025 | 10000/- | 05.09.2005 | 04.11.2005 | 10000/- | 34. | --”-- | 054005006026 | 10000/- | 05.09.2005 | 04.11.2005 | 10000/- | 35. | --”-- | 054005006027 | 10000/- | 05.09.2005 | 04.11.2005 | 10000/- | 36. | --”-- | 054005006028 | 10000/- | 05.09.2005 | 04.11.2005 | 10000/- | 37. | --”-- | 054005006029 | 10000/- | 05.09.2005 | 04.11.2005 | 10000/- | 38. | --”-- | 057005000165 | 10000/- | 08.08.2005 | 08.09.2006 | 10000/- | 39. | --”-- | 057005000166 | 10000/- | 08.08.2005 | 08.09.2006 | 10000/- | 40. | --”-- | 057005000167 | 10000/- | 08.08.2005 | 08.09.2006 | 10000/- | 41. | --”-- | बचत खाते 168 | 4126/- | -- | -- | -- | 42. | 17/2010 | 054005005899 | 15000/- | 20.04.2005 | 19.06.2005 | 15197/- | 43. | --”-- | 054005005900 | 15000/- | 20.04.2005 | 19.06.2005 | 15197/- | 44. | --”-- | 054005005901 | 15000/- | 20.04.2005 | 19.06.2005 | 15197/- | 45. | --”-- | 054005005902 | 15000/- | 20.04.2005 | 19.06.2005 | 15197/- | 46. | --”-- | 054005005903 | 15000/- | 20.04.2005 | 19.06.2005 | 15197/- | 47. | --”-- | 054005005904 | 15000/- | 20.04.2005 | 19.06.2005 | 15197/- | 48. | --”-- | 054004006723 | 9000/- | 06.05.2005 | 05.07.2005 | 9118/- | 49. | --”-- | 054004006724 | 9000/- | 06.05.2005 | 05.07.2005 | 9118/- | 50. | --”-- | 054004006725 | 9000/- | 06.05.2005 | 05.07.2005 | 9118/- | 51. | --”-- | 054004006726 | 9000/- | 06.05.2005 | 05.07.2005 | 9118/- | 52. | --”-- | 054004006727 | 9000/- | 06.05.2005 | 05.07.2005 | 9118/- | 53. | --”-- | 054004006728 | 9000/- | 06.05.2005 | 05.07.2005 | 9118/- | 54. | --”-- | 054004006732 | 10000/- | 17.05.2005 | 16.07.2005 | 10132/- | 55. | --”-- | 054004006733 | 10000/- | 17.05.2005 | 16.07.2005 | 10132/- | 56. | --”-- | 054004006734 | 10000/- | 17.05.2005 | 16.07.2005 | 10132/- | 57. | --”-- | 054004006735 | 10000/- | 17.05.2005 | 16.07.2005 | 10132/- | 58. | 18/2010 | 058001122 | 9000/- | 03.02.2004 | 03.03.2006 | 11246/- | 59. | --”-- | 058001123 | 9000/- | 03.02.2004 | 03.03.2006 | 11246/- | 60. | --”-- | 058001124 | 9000/- | 03.02.2004 | 03.03.2006 | 11246/- | 61. | --”-- | 058001125 | 9000/- | 03.02.2004 | 03.03.2006 | 11246/- | 62. | --”-- | 058001126 | 9000/- | 03.02.2004 | 03.03.2006 | 11246/- | 63. | --”-- | 058001127 | 9000/- | 03.02.2004 | 03.03.2006 | 11246/- | 64. | --”-- | 058001128 | 9000/- | 03.02.2004 | 03.03.2006 | 11246/- | 65. | --”-- | 058001129 | 9000/- | 03.02.2004 | 03.03.2006 | 11246/- | 66. | --”-- | 058001130 | 9000/- | 03.02.2004 | 03.03.2006 | 11246/- | 67. | --”-- | 058001131 | 9000/- | 03.02.2004 | 03.03.2006 | 11246/- | 68. | --”-- | 058001132 | 9000/- | 03.02.2004 | 03.03.2006 | 11246/- | 69. | --”-- | 058001133 | 9000/- | 03.02.2004 | 03.03.2006 | 11246/- |
(4) सदर रक्कमेची तक्रारदारांना आवश्यकता असल्याने वेळोवेळी समक्ष भेटून तसेच, लेखी व तोंडी मागणी केली असता सामनेवाला यांनी त्याची कसलीही दखल घेतली नाही. तक्रार क्र.16/10 मधील तक्रारदार हे सेवानिवृत्त जेष्ठ नागरी असून त्यांचे मुलाचे लग्नात खूप मोठा खर्च आला आहे. तसेच, यापूर्वीही त्यांचे एका मुलाचे व मुलीचे लग्नाचा खर्च उधार-उसनवारीच्या रक्कमा घेवून पार पाडलेला आहे. याशिवाय तक्रारदारांना घराचे बांधकाम व स्वत:चे कुटुंबाचे औषधोपचार व उदरनिर्वाहचा खर्च पेलणे आवाक्याबाहेरचे आहे. तक्रारदारांना त्यांच्या हक्काच्या ठेव रक्कमा सामनेवाला यांचेकडून मिळत नसल्याने तक्रारदारांना शारिरीक, मानसिक व आर्थिक त्रास सहन करावा लागत आहे. त्यामुळे तक्रारदारांनी व्याजासह ठेव रक्कमा, मानसिक त्रासापोटी नुकसान भरपाई व तक्रारीचा खर्च मिळणेकरिता प्रस्तुतची तक्रार दाखल केली आहे. (5) तक्रारदारांनी त्यांच्या तक्रारीसोबत ठेव पावत्या, सेव्हिंग्ज खात्याचे पासबुक, सामनेवाला संस्थेकडे ठेव रक्कमा मागणी केलेबाबतचे दि.19.09.2007, दि.28.09.2007, दि.05.11.2007 रोजीचे अर्ज व दि.03.11.2006 रोजी विभागीय सहनिबंधक यांचेकडे सामनेवाला यांचे पत्ते मिळणेबाबत केलेला अर्ज इत्यादींच्या छायाप्रती व शपथपत्र दाखल केले आहे. (6) सामनेवाला क्र.1 2, 5 व 16 यांनी त्यांच्या म्हणण्यान्वये तक्रारदारांच्या तक्रारीतील कथने नाकारली आहेत. ते त्यांच्या म्हणण्यात पुढे सांगतात, सदरची तक्रार सहकार न्यायालयात दाखल होणे आवश्यक आहे. तक्रारदारांनी रचनात्मकदृष्टया हिशेब तयार करुन भरमसाठ रक्कमेची मागणी केलेली आहे. तक्रारदारांनी केलेली मागणी पहाता सदर कामी हिशेब होणे आवश्यक आहे व अकाऊंट सेटलमेंटचे दावे मे.कोर्टात चालणेस पात्र नाहीत. तसेच, सामनेवाला संस्थेवर प्रशासक यांची नियुक्ती झाली आहे, प्रशासक हे वैयक्तिकरित्या प्रस्तुत प्रकरणी जबाबदार नाहीत. सामनेवाला क्र.5 हे संस्थेचे कर्मचारी आहेत. तेही प्रस्तुत तक्रारीतील नुकसान भरपाईचे मागणीस जबाबदार नाहीत. तक्रारीस कारण घडलेले नाही. तक्रारदार हे ग्राहक होत नाहीत. सबब, तक्रारदारांची तक्रार रद्द करणेचा आदेश व्हावा अशी विनंती केली आहे. (7) सामनेवाला क्र.3, 4, 6, 7, 8, 13 व 14 यांनी त्यांच्या म्हणण्यान्वये तक्रारदारांच्या तक्रारीतील कथने नाकारली आहेत. ते त्यांच्या म्हणण्यात पुढे सांगतात, सामनेवाला संस्थेवर महाराष्ट्र शासनाने अवसायक नेमलेला आहे. तक्रारदारांनी जादा व्याज मिळते म्हणून प्रस्तुत संस्थेत ठेव ठेवली आहे. तक्रारदारांचे कृत्य हे कमर्शियल परपज या सदराखाली मोडते. मनेवाला संस्थेकडे पुरेशा प्रमाणात स्थावर-जंगम मिळकती आहेत. तसेच, सभासदांचे येणे कर्ज आहे; सदर येणे कर्जाची वसुली प्रशासकांमार्फत सुरु आहे व वसूल रक्कमेच्या प्रमाणात ठेवीचे वाटपही सुरु आहे. त्यामुळे प्रस्तुत सामनेवाला यांना जबाबदार धरणेची गरज नाही. तसेच, तक्रार मुदतीत नाही. सबब, तक्रारदारांची तक्रार खर्चासह नामंजूर करणेत यावी अशी प्रस्तुत सामनेवाला यांनी विनंती केली आहे. (8) सामनेवाला क्र.10-सुनिल सावर्डेकर व 12-गणेश शंकर वाळवेकर यांनी त्यांच्या म्हणण्यान्वये तक्रारदारांच्या तक्रारीतील कथने नाकारली आहेत. ते त्यांच्या म्हणण्यात पुढे सांगतात, सामनेवाला संस्थेवर महाराष्ट्र शासनाने अवसायक नेमलेला आहे. तक्रारदारांनी जादा व्याज मिळते म्हणून प्रस्तुत संस्थेत ठेव ठेवली आहे. तक्रारदारांचे कृत्य हे कमर्शियल परपज या सदराखाली मोडते. यातील सामनेवाला क्र. 10 व 12 हे दि.10.04.2004 ते दि.25.01.2007 पर्यन्तच सामनेवाला संस्थेवर संचालक होते. तक्रारीतील नमूद ठेवी सामनेवाला क्र.10 व 12 यांचे कालावधीत ठेवलेल्या नाहीत. त्यामुळे सामनेवाला यांना कायद्याने सदर कामी जबाबदार धरता येणार नाही. सामनेवाला संस्थेकडे पुरेशा प्रमाणात स्थावर-जंगम मिळकती आहेत. तसेच, सभासदांचे येणे कर्ज आहे; सदर येणे कर्जाची वसुली प्रशासकांमार्फत सुरु आहे व वसूल रक्कमेच्या प्रमाणात ठेवीचे वाटपही सुरु आहे. त्यामुळे प्रस्तुत सामनेवाला यांना जबाबदार धरणेची गरज नाही. तसेच, तक्रार मुदतीत नाही. सबब, तक्रारदारांची तक्रार खर्चासह नामंजूर करणेत यावी अशी प्रस्तुत सामनेवाला यांनी विनंती केली आहे. (9) सामनेवाला क्र.11-शंकर भाऊ हिंगे यांनी त्यांच्या म्हणण्यान्वये तक्रारदारांच्या तक्रारीतील कथने नाकारली आहेत. ते त्यांच्या म्हणण्यात पुढे सांगतात, सामनेवाला संस्थेवर महाराष्ट्र शासनाने अवसायक नेमलेला आहे. तक्रारदारांनी जादा व्याज मिळते म्हणून प्रस्तुत संस्थेत ठेव ठेवली आहे. तक्रारदारांचे कृत्य हे कमर्शियल परपज या सदराखाली मोडते. यातील सामनेवाला क्र. 11 हे दि.10.04.2004 ते दि.31.03.2005 पर्यन्तच सामनेवाला संस्थेवर संचालक होते. तक्रारीतील नमूद ठेवी सामनेवाला क्र.11 यांचे कालावधीत ठेवलेल्या नाहीत. त्यामुळे सामनेवाला यांना कायद्याने सदर कामी जबाबदार धरता येणार नाही. सामनेवाला संस्थेकडे पुरेशा प्रमाणात स्थावर-जंगम मिळकती आहेत. तसेच, सभासदांचे येणे कर्ज आहे; सदर येणे कर्जाची वसुली प्रशासकांमार्फत सुरु आहे व वसूल रक्कमेच्या प्रमाणात ठेवीचे वाटपही सुरु आहे. त्यामुळे प्रस्तुत सामनेवाला यांना जबाबदार धरणेची गरज नाही. तसेच, तक्रार मुदतीत नाही. सबब, तक्रारदारांची तक्रार खर्चासह नामंजूर करणेत यावी अशी प्रस्तुत सामनेवाला यांनी विनंती केली आहे. (10) सामनेवाला क्र.15-सौ.नलिनी महादेव बनछोडे यांनी त्यांच्या म्हणण्यान्वये तक्रारदारांच्या तक्रारीतील कथने नाकारली आहेत. ते त्यांच्या म्हणण्यात पुढे सांगतात, सन 1999-2000 ते सन 2004-05 या काळात तज्ज्ञ संचालिका व काही काळ स्विकृत संचालिका होत्या. सन 2004-05 ते 2008-09 या काळामध्ये संचालिका म्हणून बिनविरोध निवड झाली होती. परंतु, दि.24.11.2005 रोजी राजीनामा संस्थेकडे पाठविला आहे. सामनेवाला संस्थेतील गैरव्यवहाराची चौकशी होवून संस्थेवर प्रशासकाची नेमणुक झाली आहे. सबब, प्रस्तुत तक्रार पूर्ण चौकशी होईपर्यन्त प्रलंबित ठेवावी. मानसिक त्रासापोटी रुपये 3,000/- व खर्चापोटी रुपये 3,000/- देणेचा आदेश व्हावा अशी विनंती केली आहे. (11) सामनेवाला क्र.9-विलास गणपती गाताडे यांनी त्यांच्या म्हणण्यान्वये तक्रारदारांची तक्रार नाकारली आहे. ते त्यांच्या म्हणण्यात पुढे सांगतात, प्रस्तुत सामनेवाला यांनी पूर्वीच संचालक पदाचा राजीनामा जिल्हा उपनिबंधक यांचेकडे दिलेला आहे. त्यामुळे तो मंजूर असलेचे गृहीत आहे. तक्रारीत नमूद ठेवींची परतीची वर्षे 2005 तसेच 2006 असलेचे दिसते. सदर वर्षामध्ये प्रस्तुत सामनेवाला हे संचालक नव्हते. महाराष्ट्र सहकारी संस्था अधिनियम 1960 चे कलम 88 प्रमाणे चौकशीत प्रस्तुत सामनेवाला यांची कोणतीही जबाबदारी नसलेचे सिध्द होवून त्यातून मुक्तता झाली आहे. सबब, तक्रारदारांची तक्रार खर्चासह रद्द करणेत यावी अशी विनंती केली आहे. (12) सामनेवाला यांनी तक्रारीत नमूद ठेवींची रक्कम अद्याप मागणी करुनही तक्रारदारांना दिलेली नाही. त्यामुळे तक्रारीस अद्यापि सातत्याने कारण घडत आहे. सबब, प्रस्तुतची तक्रार मुदतीत आहे. (13) तक्रारदारांनी सामनेवाला पतसंस्थेकडे ठे़वी ठेवलेल्या आहेत. सामनेवाला पतसंस्था ही ठेवी स्विकारते. तसेच, सभासदांना कर्जे देते याबाबतची सेवा ही ग्राहक संरक्षण कायदा, 1986 कलम 2(1)(O) या तरतुदीखाली येते. त्यामुळे प्रस्तुतचा वाद हा ग्राहक वाद होत आहे या निष्कर्षाप्रत हे मंच येत आहे. यास पूर्वाधार म्हणून - थिरुमुरुगन 2004 (I) सी.पी.आर.35 - ए.आय.आर.2004 (सर्वोच्च न्यायालय), तसेच कलावती आणि इतर विरुध्द मेसर्स युनायटेड वैश्य को-ऑप.क्रेडीट सोसायटी लिमिटेड - 2002 सी.सी.जे.1106 - राष्ट्रीय आयोग - याचा आधार हे मंच घेत आहे. (14) सामनेवाला क्र.3, 4, 6, 7, 8, 13 व 14 यांनी त्यांच्या म्हणण्यामध्ये सामनेवाला संस्थेच्या स्थावर व जंगम मिळकती आहेत असे कथन केले आहे. तसेच, सामनेवाला संस्थेवर प्रशासक असल्याने प्रस्तुत सामनेवाला यांना जबाबदार धरणेची गरज नाही असे कथन केले आहे. सदर सामनेवाला यांनी त्यांच्या सदरच्या कथनाच्या पुष्टयर्थ प्रस्तुत सामनेवाला यांना त्यांच्या कायदेशीर जबाबदारीतून मुक्त केले असलेबाबत कोणताही कागदोपत्री पुरावा या मंचासमोर दाखल केलेला नाही. त्यामुळे प्रस्तुत सामनेवाला हे त्यांची वैयक्तिक जबाबदारी टाळू शकत नाही. (15) सामनेवाला क्र.9, 10, 11 व 12 यांनी त्यांच्या म्हणण्यान्वये ज्यावेळी तक्रारदारांनी ठेव ठेवली त्यावेळी सदर सामनेवाला हे सामनेवाला संस्थेवर संचालक नव्हते, त्यामुळे सामनेवाला यांना कायद्याने सदर कामी जबाबदार धरता येणार नाही असे कथन केले आहे. प्रस्तुत सामनेवाला यांनी त्यांना सदर कालावधीनंतर त्यांना संचालक पदाच्या जबाबदारीतून मुक्त करणेत आलेबाबतचा कोणताही कागदोपत्री पुरावा प्रस्तुत प्रकरणी दाखल केलेला नाही. त्यामुळे प्रस्तुत सामनेवाला यांना त्यांची वैयक्तिक जबाबदारी टाळता येणार नाही या निष्कर्षाप्रत हे मंच येत आहे. (16) सामनेवाला क्र.15 यांनी त्यांचा राजीनामा मंजूर झालेबाबत व त्यांना संचालक पदाच्या जबाबदारीतून मुक्त करणेत आलेबाबतचा कोणताही कागदोपत्री पुरावा प्रस्तुत प्रकरणी दाखल केलेला नाही. तसेच, सामनेवाला क्र.16-प्रशासक हे सदर संस्थेचे शासन नियुक्त प्रतिनिधी असल्याने संस्थेचे प्रतिनिधीत्व करणे त्यांची जबाबदारी असते. त्यामुळे ठेवीदारांच्या ठेव रक्कमा परत करणेची त्यांची वैयक्तिक जबाबदारी येत नसली तरी संयुक्तिकरित्या ते जबाबदार असतात असे या मंचाचे मत आहे. सबब, तक्रारदारांची व्याजासह ठेव रक्कम सामनेवाला यांनी न देवून त्यांच्या सेवेत त्रुटी केली आहे. सबब, तक्रारदारांच्या मुदत बंद, कळस डिपॉझिट, मंथली इंटरेस्ट व बचत खात्यावरील व्याजासह रक्कमा देण्याची सामनेवाला क्र. 1 ते 4, 6 ते 15 यांची वैयक्तिक व संयुक्तिक जबाबदारी तर सामनेवाला क्र.5 व 16 हे अनुक्रमे संस्थेचे कर्मचारी व शासकिय अधिकारी असल्याने त्यांची केवळ संयुक्तिक जबाबदारी आहे या निष्कर्षाप्रत हे मंच येत आहे. (17) तक्रारदार यांनी प्रस्तुत कामी दाखल केलेल्या ठेव पावत्यांच्या सत्यप्रतींचे अवलोकन केले असता सदर ठेव पावत्या या कळस डिपॉझिट, फिक्स्ड् डिपॉझिट व मंथली इंटरेस्ट पेयेबल डिपॉझिटच्या आहेत व त्यांच्या मुदती संपलेचे दिसून येते. त्यामुळे तक्रारदार हे त्यांच्या मुदत ठेव रक्कमा पावतीवर नमूद मुदतीकरिता नमूद व्याजासह मिळणेस पात्र आहेत. तसेच, मुदत संपलेनंतर तक्रारदारांना मुदत ठेवींची संपूर्ण रक्कम मिळेपावेतो द.सा.द.शे. 6 टक्के व्याज मिळणेस पात्र आहेत या निष्कर्षाप्रत हे मंच येत आहे. तक्रार क्र.16/10 मधील तक्रारदारांनी त्यांच्या तक्रारीत त्यांच्या काही ठेव पावत्यांवरील व्याज मिळालेचे कथन केले आहे. सदर व्याजाच्या रक्कमा वळत्या करुन घेण्याचा सामनेवाला यांना अधिकार सुरक्षित ठेवणेत यावा याही निष्कर्षाप्रत हे मंच येत आहे. (18) तक्रार क्र.16/10 मधील तक्रारदारांनी सामनेवाला पतसंस्थेकडे सेव्हींग्ज खात्याच्या स्वरुपातदेखील रक्कमा ठेवल्याचे दिसून येते. सदर सेव्हिंग्ज खाते क्र. 168 वर दि.16.10.2006 रोजीअखेर रुपये 4,126/- जमा असल्याचे दिसून येते. त्यामुळे तक्रारदार हे सदर सेव्हिंग्ज खात्यावरील रक्कम द.सा.द.शे.3.5 टक्के व्याजासह मिळणेस पात्र आहेत या निष्कर्षाप्रत हे मंच येत आहे. (19) तक्रार क्र.16/10 मधील तक्रारदार हे वरिष्ठ नागरिक आहेत. तक्रारदारांनी ठेव रक्कमांची मागणी करुनही सामनेवाला यांनी व्याजासह रक्कमा परत न दिल्याने सदर रक्कमा मिळणेपासून वंचित रहावे लागले. त्यामुळे तक्रारदार हे मानसिक त्रासापोटी रक्कमा मिळणेस पात्र आहेत याही निष्कर्षाप्रत हे मंच येत आहे व खालीलप्रमाणे एकत्रित आदेश पारीत करीत आहे. आदेश (1) तक्रारदारांच्या तक्रारी मंजूर करणेत येतात. (2) सामनेवाला क्र.1 ते 4 व 6 ते 15 यांनी वैयक्तिकरित्या व संयुक्तिकरित्या तर सामनेवाला क्र.5 व 16 यांनी केवळ संयुक्तिकरित्या तक्रारदारांना खालील कोष्टकातील मुदत बंद रक्कमा द्याव्यात. सदर रक्कमांवर ठेव पावत्यांवर नमूद मुदतीकरिता नमूद व्याज द्यावे व तदनंतर तक्रारदारांना संपूर्ण रक्कम मिळेपावेतो द.सा.द.शे.6 टक्के व्याज द्यावे. अ.क्र. | तक्रार क्र. | ठेव पावती क्र. | ठेव रक्कम | 1. | 16/2010 | 058001077 | 10000/- | 2. | --”-- | 058001078 | 10000/- | 3. | --”-- | 058001079 | 10000/- | 4. | --”-- | 058001080 | 10000/- | 5. | --”-- | 058001081 | 10000/- | 6. | --”-- | 058001112 | 9000/- | 7. | --”-- | 058001113 | 9000/- | 8. | --”-- | 058001114 | 9000/- | 9. | --”-- | 058001115 | 9000/- | 10. | --”-- | 058001116 | 9000/- | 11. | --”-- | 058001117 | 9000/- | 12. | --”-- | 058001118 | 9000/- | 13. | --”-- | 058001119 | 9000/- | 14. | --”-- | 058001120 | 9500/- | 15. | --”-- | 058001121 | 9000/- | 16. | --”-- | 058001134 | 9000/- | 17. | --”-- | 054005005906 | 15000/- | 18. | --”-- | 054005005907 | 15000/- | 19. | --”-- | 054005005908 | 15000/- | 20. | --”-- | 054005005909 | 15000/- | 21. | --”-- | 054005005910 | 15000/- | 22. | --”-- | 054005005911 | 9000/- | 23. | --”-- | 054005005954 | 10000/- | 24. | --”-- | 054005005955 | 10000/- | 25. | --”-- | 054005005956 | 10000/- | 26. | --”-- | 054005005957 | 10000/- | 27. | --”-- | 054005005958 | 10000/- | 28. | --”-- | 054005005959 | 10000/- | 29. | --”-- | 054005005960 | 10000/- | 30. | --”-- | 054005005961 | 10000/- | 31. | --”-- | 054005005962 | 10000/- | 32. | --”-- | 054005006024 | 10000/- | 33. | --”-- | 054005006025 | 10000/- | 34. | --”-- | 054005006026 | 10000/- | 35. | --”-- | 054005006027 | 10000/- | 36. | --”-- | 054005006028 | 10000/- | 37. | --”-- | 054005006029 | 10000/- | 38. | --”-- | 057005000165 | 10000/- | 39. | --”-- | 057005000166 | 10000/- | 40. | --”-- | 057005000167 | 10000/- | 41. | 17/2010 | 054005005899 | 15000/- | 42. | --”-- | 054005005900 | 15000/- | 43. | --”-- | 054005005901 | 15000/- | 44. | --”-- | 054005005902 | 15000/- | 45. | --”-- | 054005005903 | 15000/- | 46. | --”-- | 054005005904 | 15000/- | 47. | --”-- | 054004006723 | 9000/- | 48. | --”-- | 054004006724 | 9000/- | 49. | --”-- | 054004006725 | 9000/- | 50. | --”-- | 054004006726 | 9000/- | 51. | --”-- | 054004006727 | 9000/- | 52. | --”-- | 054004006728 | 9000/- | 53. | --”-- | 054004006732 | 10000/- | 54. | --”-- | 054004006733 | 10000/- | 55. | --”-- | 054004006734 | 10000/- | 56. | --”-- | 054004006735 | 10000/- | 57. | 18/2010 | 058001122 | 9000/- | 58. | --”-- | 058001123 | 9000/- | 59. | --”-- | 058001124 | 9000/- | 60. | --”-- | 058001125 | 9000/- | 61. | --”-- | 058001126 | 9000/- | 62. | --”-- | 058001127 | 9000/- | 63. | --”-- | 058001128 | 9000/- | 64. | --”-- | 058001129 | 9000/- | 65. | --”-- | 058001130 | 9000/- | 66. | --”-- | 058001131 | 9000/- | 67. | --”-- | 058001132 | 9000/- | 68. | --”-- | 058001133 | 9000/- |
(3) सामनेवाला क्र.1 ते 4 व 6 ते 15 यांनी वैयक्तिकरित्या व संयुक्तिकरित्या तर सामनेवाला क्र.5 व 16 यांनी केवळ संयुक्तिकरित्या तक्रार क्र.16/10 मधील तक्रारदारांना त्यांच्या सेव्हिंग्ज खाते क्र.168 वरील रक्कम रुपये 4,126/- (रुपये चार हजार एकशे सव्वीस फक्त) द्यावी. सदर रक्कमेवर दि.16.10.2006 रोजीपासून तक्रारदारांना संपूर्ण रक्कम मिळेपावेतो द.सा.द.शे.3.5 टक्के व्याज द्यावे. (4) सामनेवाला क्र.1 ते 4 व 6 ते 15 यांनी वैयक्तिकरित्या व संयुक्तिकरित्या तर सामनेवाला क्र.5 व 16 केवळ संयुक्तिकरित्या प्रत्येक तक्रारीकरिता तक्रारदारांना मानसिक त्रासापोटी रुपये 1000/- व तक्रारीचा खर्च रुपये 1000/- द्यावा.
| [HONABLE MRS. Mrs.P.J.Karmarkar] MEMBER[HONABLE MR. Mr.M.D.Deshmukh] PRESIDENT | |