पुकार कराई गई , पत्रावली पेश हुई । उभयपक्षी को पुनर्विलोकन प्रार्थना पत्र कागज संख्या-3 पर सुना गया, पत्रावली का अवलोकन किया गया । कागज संख्या-3 प्रार्थना पत्र दि ओरियंटल इंश्योरेंस कम्पनी की और से प्रस्तुत किया गया है । यह कथन किया गया कि परिवाद संख्या-41 सन 2020 में दिनांक-29.08.2022 को निर्णय पारित करते हुए मु० 3,10,000 / – रु० का एवार्ड किया गया है जब कि बीमा पालिसी में बीमित धनराशि की सीमा मु० 2,60,000 /- रु० है इसलिए उसे सही किया जाये । विपक्षी शैलेन्द्र प्रताप सिंह / परिवादी उपस्थित है उनसे पूंछा गया कि क्या वह प्रार्थी की बात से सहमत है ? तो उन्होंने स्पष्ट किया कि बीमित धनराशि की सीमा मु० 2,60,000 / – रु० है इसलिए मु० 3,10,000 / – रु० के स्थान पर मु० 2,60,000 / – रु० एवार्ड करने में कोई आपत्ति नहीं है । मूल परिवाद पत्रावली का अवलोकन किया गया । बीमा पालिसी में नगद की हानि की बीमित धनराशि की सीमा मु० 2,60,000 / – रु० है , अतः प्रार्थना पत्र कागज संख्या-3 वास्ते पुनर्विलोकन स्वीकार किये जाने योग्य है । आदेश प्रार्थी / विपक्षी का प्रार्थना पत्र कागज संख्या-3 वास्ते पुनर्विलोकन स्वीकार किया जाता है । आयोग द्वारा परिवाद संख्या-41 सन 2020 में पारित निर्णय दिनांकित 29.08.2022 में प्रष्ठ-5 पर प्रवर्तनीय भाग में जहाँ पर मु० 3,10,000 / – रु० है वहां पर मु० 2,60,000 / – रु० पढ़ा जायेगा । तदनुसार मूल निर्णय में आदेश वाले भाग में मु० 3,10,000 / – रु० के स्थान पर मु० 2,60,000 / – रु० अंकित किया जाये । पत्रावली दाखिल दफ्तर की जाये । |