-निकालपत्र–
(पारित व्दारा- सौ.चंद्रिका किशोरसिंह बैस-मा.सदस्या.)
( पारित दिनांक-24 ऑक्टोंबर, 2016)
01. उभय तक्रारदारांनी ही तक्रार ग्राहक संरक्षण कायदा-1986 चे कलम-12 खाली विरुध्दपक्ष सच्चिदानंद सहकारी पत पुरवठा संस्था मर्यादित, उमरेड मध्ये मुदती ठेवी मध्ये गुंतविलेली रक्कम व्याजासह परत मिळण्यासाठी तसेच अन्य अनुषंगिक मागण्यांसाठी दाखल केली आहे.
02. तक्रारीचे स्वरुप थोडक्यात खालील प्रमाणे-
विरुध्दपक्ष क्रं-1) ही सहकार कायद्दा खालील नोंदणीकृत सहकारी संस्था असून विरुध्दपक्ष क्रं-2) हे संस्थेचे अध्यक्ष तर विरुध्दपक्ष क्रं-3) हे संस्थेचे सचिव आहेत आणि विरुध्दपक्ष क्रं-4) यांची संस्थेवर आता प्रशासक म्हणून नियुक्ती झालेली आहे.
उभय तक्रारदारांनी विरुध्दपक्ष सच्चिदानंद सहकारी पत पुरवठा संस्था मर्यादित, उमरेड (नोंदणी क्रं-1152)या सहकारी पतसंस्थे मध्ये मुदतीठेवी मध्ये “परिशिष्ट-अ” मध्ये दर्शविल्या प्रमाणे रकमा गुंतविल्यात-
“परिशिष्ट-अ”
अक्रं | पावती क्रंमाक | पावती दिनांक | मुदत ठेवी मध्ये गुंतविलेली रक्कम | परिपक्वता तिथी | व्याजाचा वार्षिक दर | परिपक्व तिथी नंतर देय रक्कम |
1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 |
1 | 155 | 16/12/2005 | 44,000/- | 16/06/2011 | 11% | 88,000/- |
| | | | (5 years) | | |
| | After Maturity date this F.D.No.-155 was renewed for the further period i.e.from | | (Vasant Kathale) |
| | 16/06/2011 | | 16/06/2016 | 11% | …… |
| | | | | | |
“परिशिष्ट-अ”
अक्रं | पावती क्रंमाक | पावती दिनांक | मुदत ठेवी मध्ये गुंतविलेली रक्कम | परिपक्वता तिथी | व्याजाचा वार्षिक दर | परिपक्व तिथी नंतर देय रक्कम |
1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 |
2 | 1917 | 12/08/2010 | 70,000/- | 11/09/2013 | 12% | ….. |
| | | | (36 Months) | | (Vasant Kathale) |
| | | | | | |
“परिशिष्ट-अ”
अक्रं | पावती क्रंमाक | पावती दिनांक | मुदत ठेवी मध्ये गुंतविलेली रक्कम | परिपक्वता तिथी | व्याजाचा वार्षिक दर | परिपक्व तिथी नंतर देय रक्कम |
1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 |
3 | 1835 | 06/07/2010 | 30,000/- | 06/08/2013 | 12% | ….. |
| | | | (36 Months) | | |
| | After Maturity date this F.D.No.-1835 was renewed for the further period i.e.from | | (Rekha Kathale) |
| | 06/08/2013 | | 06/09/2016 | 12% | |
| | | | | | |
“परिशिष्ट-अ”
अक्रं | पावती क्रंमाक | पावती दिनांक | मुदत ठेवी मध्ये गुंतविलेली रक्कम | परिपक्वता तिथी | व्याजाचा वार्षिक दर | परिपक्व तिथी नंतर देय रक्कम |
1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 |
4 | 595 | 08/07/2011 | 60,000/- | 08/08/2014 | 12% | ….. |
| | | | (36 Months) | | (Sau.Rekha Vasant Kathale) |
| | | | | | |
5 | 1964 | 13/09/2010 | 3000/- | 13/09/2015 | 11% | 6000/- |
| | | | (5 years) | | |
| | | | | | |
6 | 443 | 19/04/2011 | 5000/- | 19/04/2016 | 11% | 10,000/- |
| | | | (5 years) | | |
| | | | | | |
“परिशिष्ट-अ”
अक्रं | पावती क्रंमाक | पावती दिनांक | मुदत ठेवी मध्ये गुंतविलेली रक्कम | परिपक्वता तिथी | व्याजाचा वार्षिक दर | परिपक्व तिथी नंतर देय रक्कम |
1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 |
7 | 1799 | 21/06/2010 | 1,00,000/- | 20/07/2013 | 12% | ….. |
| | | | (36 Months) | | |
| | After Maturity date this F.D.No.-1799 was renewed for the further period i.e.from | | (Sau.Rekha Vasant Kathale) |
| | 20/07/2013 | | 22/08/2016 | 12% | |
| | | | | | |
“परिशिष्ट-अ”
अक्रं | पावती क्रंमाक | पावती दिनांक | मुदत ठेवी मध्ये गुंतविलेली रक्कम | परिपक्वता तिथी | व्याजाचा वार्षिक दर | परिपक्व तिथी नंतर देय रक्कम |
1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 |
8 | 589 | 04/07/2011 | 3000/- | 04/07/2016 | 11% | 6000/- |
| | | | (5 years) | | (Sau.Rekha Vasant Kathale) |
| | | | | | |
9 | 207 | 03/03/2014 | 5000/- | 03/09/2020 | Assured Double Amount% | 10,000/- |
| | | | (78 Months) | | |
| | | | | | |
10 | 1871 | 26/07/2010 | 2000/- | 25/01/2016 | 11% | 4000/- |
| | | | (5 years & 06Months) | | |
| | | | | | |
11 | 1838 | 20/06/2013 | 8000/- | 20/12/2018 | 11% | 16.000/- |
| | | | (5 years & 06Months) | | |
“परिशिष्ट-अ”
अक्रं | पावती क्रंमाक | पावती दिनांक | मुदत ठेवी मध्ये गुंतविलेली रक्कम | परिपक्वता तिथी | व्याजाचा वार्षिक दर | परिपक्व तिथी नंतर देय रक्कम |
1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 |
12 | 1800 | 22/06/2010 | 50,000/- | 21/07/2013 | 12% | ….. |
| | | | (36 Months) | | |
| | After Maturity date this F.D.No.-1800 was renewed for the further period i.e.from | | (Sau.Rekha Vasant Kathale) |
| | 21/07/2013 | | 22/08/2016 | 12% | |
| | | | | | |
परिशिष्ट-अ”
अक्रं | पावती क्रंमाक | पावती दिनांक | मुदत ठेवी मध्ये गुंतविलेली रक्कम | परिपक्वता तिथी | व्याजाचा वार्षिक दर | परिपक्व तिथी नंतर देय रक्कम |
1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 |
13 | 1801 | 22/06/2010 | 5000/- | 21/12/2015 | 11% | 10,000/- |
| | | | (5 years & 06Months) | | (Sau.Rekha Vasant Kathale) |
| | | | | | |
14 | 1197 | 31/03/2012 | 4000/- | 30/09/2017 | 11% | 8000/- |
| | | | (5 years & 06Months) | | |
| | | | | | |
तक्रारदारांनी पुढे असे नमुद केले की, तक्रारकर्ता क्रं-1) हे सेवानिवृत्त आहेत आणि ते जेष्ठ नागरीक आहेत. तर विरुध्दपक्ष क्रं-2) ही विरुध्दपक्ष क्रं-1) यांची पत्नी आहे. विरुध्दपक्ष संस्थेच्या कारभारातील अनियमिततेमुळे संस्थेवर प्रशासकाची नियुक्ती करण्यात आली.
उभय तक्रारदारांनी पुढे असे नमुद केले की, त्यांना परिशिष्ट-अ मध्ये दर्शविल्या प्रमाणे दिनांक-12/08/2010 रोजी रुपये-70,000/- मुदतीठेवीच्या रकमेवर वार्षिक-12% ऐवजी वार्षिक-10% दरा प्रमाणे प्रतीमाह रुपये-700/- प्रमाणे व्याज देण्यात येत होते परंतु ते सुध्दा नियमित देण्यात येत नव्हते, त्यांना व्याजाच्या रकमेचे शेवटचे भुगतान हे माहे फेब्रुवारी-2015 पर्यंत देण्यात आले, फेब्रुवारी- 2015 नंतर व्याजाची कोणतीही रक्कम सदर रुपये-70,000/- मुदतीठेवीच्या रकमेवर देण्यात आलेली नाही.
तसेच परिशिष्ट-अ मध्ये दर्शविल्या प्रमाणे दिनांक-16.6.2005 रोजी रुपये-44,000/- मुदतठेव गुंतवली होती, त्या रकमेची तक्रारकर्ता क्रं 1 यास हदयाचे उपचारा करीता आवश्यकता होती व ती रक्कम ऑगस्ट, 2015 पासून मागणी करुनही विरुध्दपक्षा तर्फे देण्यात आली नाही.
उभय तक्रारदारांनी पुढे असे नमुद केले की, त्यांना परिशिष्ट-अ मध्ये दर्शविल्या प्रमाणे दिनांक-06/07/2010 रोजी रुपये-30,000/- मुदतीठेवीच्या रकमेवर वार्षिक-12% ऐवजी वार्षिक-10% दरा प्रमाणे प्रतीमाह रुपये-300/- प्रमाणे व्याज देण्यात येत होते परंतु ते सुध्दा नियमित देण्यात येत नव्हते, त्यांना व्याजाच्या रकमेचे शेवटचे भुगतान हे माहे फेब्रुवारी-2015 पर्यंत देण्यात आले, फेब्रुवारी- 2015 नंतर व्याजाची कोणतीही रक्कम सदर रुपये-30,000/- मुदतीठेवीच्या रकमेवर देण्यात आलेली नाही.
अशाच प्रकारे तक्रारदारांनी दिनांक-08.07.2011 रोजी गुंतवलेली रक्कम रुपये-60,000/- तसेच दिनांक-21/06/2010 रोजी गुंतवलेली रक्कम रुपये-1,00,000/- तसेच दिनांक-22/06/2010 रोजी गुंतवलेली रक्कम रुपये-50,000/- अशा रकमांवर काही विशीष्ट मुदती पर्यंत प्रतीमाह व्याज देण्यात आले व नंतर ते बंद करण्यात आले अशी तक्रारदारांची तक्रार आहे.
तक्रारदारांची मुख्य तक्रार अशी आहे की, त्यांनी विरुध्दपक्ष सहकारी संस्थे मध्ये मुदतीठेवी मध्ये गुंतविलेल्या रकमा त्यातील देयलाभांसह परत मिळण्यासाठी वारंवार मागणी करुनही त्या रकमा परत करण्यात आल्या नाहीत. तक्रारदार हे जेष्ठ नागरीक आहेत आणि त्यांना उत्पन्नाचे कोणतेही साधन नाही, तक्रारदार क्रं-1) हे हदयरुग्ण आहेत. विरुध्दपक्षानीं त्यांना मुदतीठेवीची रक्कम परत केली नाही इतकेच नव्हे तर व्याजाची रक्कम सुध्दा देणे थांबविले अशाप्रकारे विरुध्दपक्षानीं दोषपूर्ण सेवा दिलेली आहे. म्हणून शेवटी उभय तक्रारदारानीं विरुध्दपक्ष संस्था आणि तिचे पदाधिकारी यांचे विरुध्द प्रस्तुत तक्रार मंचा समक्ष दाखल केली व खालील प्रमाणे मागण्या केल्यात-
विरुध्दपक्ष सहकारी पतसंस्था आणि तिचे तर्फे तिचे पदाधिकारी यांना आदेशीत करण्यात यावे की, उभय तक्रारदारांनी विविध मुदतीठेवी मध्ये गुंतविलेली रक्कम प्रथम परिपक्वता तिथीस देय रक्कम ही परिपक्वता दिनांका पासून ते रकमेच्या प्रत्यक्ष्य अदायगी पावेतो द.सा.द.शे.-12% दराने व्याजासह तक्रारदारांना परत करण्याचे आदेशित व्हावे. तसेच शारिरीक, मानसिक त्रास बद्दल रुपये-2,00,000/- व तक्रारखर्च व नोटीस खर्च म्हणून रुपये-50,000/- देण्याचे विरुध्दपक्षानां आदेशित व्हावे.
03. विरुध्दपक्ष क्रं-(1) सच्चिदानंद सहकारी पत पुरवठा संस्था मर्यादित, उमरेड, तालुका उमरेड (नोंदणी क्रं-1152) आणि तिचे तर्फे विरुध्दपक्ष क्रं-(2) ते (4) अनुक्रमे अध्यक्ष, सचीव आणि प्रशासक यांनी एकत्रित लेखी उत्तर मंचा समक्ष सादर केले. त्यांचे लेखी उत्तरा नुसार ते तक्रारदारांची मुदतीठेवी मधील रक्कम देण्यास तयार आहेत परंतु काही कर्ज प्रकरणांमध्ये रकमेची वसुली होणे बाकी आहे, कर्ज रकमेची वसुली संबधाने प्रक्रिया सुरु आहे, सक्षम यंत्रणे कडून काही कर्ज प्रकरणां मध्ये अवॉर्ड सुध्दा पास झालेला आहे. कर्ज रकमेची वसुली झाल्या नंतर ते मुदतीठेवीची रक्कम संस्थेच्या नियमा नुसार परत करण्यास तयार आहेत परंतु तक्रारदारांनी विनाकारण त्यांचे विरुध्द ही तक्रार दाखल केलेली आहे. तक्रारदारांना या संबधीची त्यांनी कल्पना दिलेली आहे परंतु तक्रारदार जास्त रकमेची मागणी त्यांचे कडून करीत आहेत. तक्रारदारांनी त्यांना विनाकारण कायदेशीर नोटीस दिली. सबब त्यांचे विरुध्दची तक्रार खारीज व्हावी, अशी विनंती केली.
04. तक्रारदारांची सत्यापनावरील तक्रार, तक्रारकर्ता क्रं-1) श्री वसंत नामदेवराव कथले यांचा शपथेवरील पुरावा, दाखल दस्तऐवजाच्या प्रती आणि उभय पक्षाचे वकीलांचा मौखीक युक्तीवाद यावरुन मंचाचा निष्कर्ष खालील प्रमाणे देण्यात येतो-
::निष्कर्ष ::
05. विरुध्दपक्ष क्रं- (1) सच्चिदानंद सहकारी पत पुरवठा संस्था मर्यादित, उमरेड, तालुका उमरेड (नोंदणी क्रं-1152) ही सहकार कायद्दाखालील नोंदणीकृत संस्था आहे. उभय तक्रारदारांनी विरुध्दपक्ष सहकारी संस्थेत “परिशिष्ट-अ” मध्ये नमुद केल्या प्रमाणे मुदतीठेवी मध्ये रकमा गुंतविल्या संबधाने मुदतीठेवी पावत्यांच्या प्रती अभिलेखावर दाखल केलेल्या आहेत, सदर मुदतीठेवीच्या पावत्या या विरुध्दपक्ष संस्थे तर्फे निर्गमित केलेल्या असून पावत्यांवर विरुध्दपक्ष सहकारी संस्था ही सहकार कायद्दाखालील नोंदणीकृत असल्याचे त्यावरील संस्थेच्या नोंदणी क्रमांका वरुन सिध्द होते. उभय तक्रारदारांनी विरुध्दपक्ष क्रं- (1) सच्चिदानंद सहकारी पत पुरवठा संस्था मर्यादित, उमरेड, तालुका उमरेड (नोंदणी क्रं-1152) या सहकारी संस्थेत परिशिष्ट- अ प्रमाणे रकमा मुदतीठेवीं मध्ये गुंतविल्यात.
“परिशिष्ट-अ”
अक्रं | पावती क्रंमाक | पावती दिनांक | मुदत ठेवी मध्ये गुंतविलेली रक्कम | परिपक्वता तिथी | व्याजाचा वार्षिक दर | परिपक्व तिथी नंतर देय रक्कम |
1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 |
1 | 155 | 16/12/2005 | 44,000/- | 16/06/2011 | 11% | 88,000/- |
| | | | (5 years) | | |
| | After Maturity date this F.D.No.-155 was renewed for the further period i.e.from | | (Vasant Kathale) |
| | 16/06/2011 | | 16/06/2016 | 11% | …… |
| | | | | | |
“परिशिष्ट-अ”
अक्रं | पावती क्रंमाक | पावती दिनांक | मुदत ठेवी मध्ये गुंतविलेली रक्कम | परिपक्वता तिथी | व्याजाचा वार्षिक दर | परिपक्व तिथी नंतर देय रक्कम |
1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 |
2 | 1917 | 12/08/2010 | 70,000/- | 11/09/2013 | 12% | ….. |
| | | | (36 Months) | | (Vasant Kathale) |
| | | | | | |
“परिशिष्ट-अ”
अक्रं | पावती क्रंमाक | पावती दिनांक | मुदत ठेवी मध्ये गुंतविलेली रक्कम | परिपक्वता तिथी | व्याजाचा वार्षिक दर | परिपक्व तिथी नंतर देय रक्कम |
1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 |
3 | 1835 | 06/07/2010 | 30,000/- | 06/08/2013 | 12% | ….. |
| | | | (36 Months) | | |
| | After Maturity date this F.D.No.-1835 was renewed for the further period i.e.from | | (Rekha Kathale) |
| | 06/08/2013 | | 06/09/2016 | 12% | |
| | | | | | |
“परिशिष्ट-अ”
अक्रं | पावती क्रंमाक | पावती दिनांक | मुदत ठेवी मध्ये गुंतविलेली रक्कम | परिपक्वता तिथी | व्याजाचा वार्षिक दर | परिपक्व तिथी नंतर देय रक्कम |
1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 |
4 | 595 | 08/07/2011 | 60,000/- | 08/08/2014 | 12% | ….. |
| | | | (36 Months) | | (Sau.Rekha Vasant Kathale) |
अक्रं | पावती क्रंमाक | पावती दिनांक | मुदत ठेवी मध्ये गुंतविलेली रक्कम | परिपक्वता तिथी | व्याजाचा वार्षिक दर | परिपक्व तिथी नंतर देय रक्कम |
1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 |
5 | 1964 | 13/09/2010 | 3000/- | 13/09/2015 | 11% | 6000/- |
| | | | (5 years) | | (Sau.Rekha Vasant Kathale) |
| | | | | | |
6 | 443 | 19/04/2011 | 5000/- | 19/04/2016 | 11% | 10,000/- |
| | | | (5 years) | | |
| | | | | | |
“परिशिष्ट-अ”
अक्रं | पावती क्रंमाक | पावती दिनांक | मुदत ठेवी मध्ये गुंतविलेली रक्कम | परिपक्वता तिथी | व्याजाचा वार्षिक दर | परिपक्व तिथी नंतर देय रक्कम |
1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 |
7 | 1799 | 21/06/2010 | 1,00,000/- | 20/07/2013 | 12% | ….. |
| | | | (36 Months) | | |
| | After Maturity date this F.D.No.-1799 was renewed for the further period i.e.from | | (Sau.Rekha Vasant Kathale) |
| | 20/07/2013 | | 22/08/2016 | 12% | |
| | | | | | |
“परिशिष्ट-अ”
अक्रं | पावती क्रंमाक | पावती दिनांक | मुदत ठेवी मध्ये गुंतविलेली रक्कम | परिपक्वता तिथी | व्याजाचा वार्षिक दर | परिपक्व तिथी नंतर देय रक्कम |
1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 |
8 | 589 | 04/07/2011 | 3000/- | 04/07/2016 | 11% | 6000/- |
| | | | (5 years) | | (Sau.Rekha Vasant Kathale) |
| | | | | | |
अक्रं | पावती क्रंमाक | पावती दिनांक | मुदत ठेवी मध्ये गुंतविलेली रक्कम | परिपक्वता तिथी | व्याजाचा वार्षिक दर | परिपक्व तिथी नंतर देय रक्कम |
1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 |
9 | 207 | 03/03/2014 | 5000/- | 03/09/2020 | Assured Double Amount% | 10,000/- |
| | | | (78 Months) | | (Sau.Rekha Vasant Kathale) |
| | | | | | |
10 | 1871 | 26/07/2010 | 2000/- | 25/01/2016 | 11% | 4000/- |
| | | | (5 years & 06Months) | | |
| | | | | | |
11 | 1838 | 20/06/2013 | 8000/- | 20/12/2018 | 11% | 16.000/- |
| | | | (5 years & 06Months) | | |
“परिशिष्ट-अ”
अक्रं | पावती क्रंमाक | पावती दिनांक | मुदत ठेवी मध्ये गुंतविलेली रक्कम | परिपक्वता तिथी | व्याजाचा वार्षिक दर | परिपक्व तिथी नंतर देय रक्कम |
1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 |
12 | 1800 | 22/06/2010 | 50,000/- | 21/07/2013 | 12% | ….. |
| | | | (36 Months) | | |
| | After Maturity date this F.D.No.-1800 was renewed for the further period i.e.from | | (Sau.Rekha Vasant Kathale) |
| | 21/07/2013 | | 22/08/2016 | 12% | |
| | | | | | |
परिशिष्ट-अ”
अक्रं | पावती क्रंमाक | पावती दिनांक | मुदत ठेवी मध्ये गुंतविलेली रक्कम | परिपक्वता तिथी | व्याजाचा वार्षिक दर | परिपक्व तिथी नंतर देय रक्कम |
1 | 2 | 3 | 4 | 5 | 6 | 7 |
13 | 1801 | 22/06/2010 | 5000/- | 21/12/2015 | 11% | 10,000/- |
| | | | (5 years & 06Months) | | (Sau.Rekha Vasant Kathale) |
| | | | | | |
14 | 1197 | 31/03/2012 | 4000/- | 30/09/2017 | 11% | 8000/- |
| | | | (5 years & 06Months) | | |
| | | | | | |
06. मुदती ठेवीवरील व्याजाचे भुगताना संबधाने-
उभय तक्रारदारांचे म्हणण्या प्रमाणे त्यांना उपरोक्त नमुद परिशिष्ट-अ मध्ये दर्शविल्या प्रमाणे काही मुदतीठेवीच्या रकमेवर वार्षिक-12% ऐवजी वार्षिक-10% दरा प्रमाणे प्रतीमाह काही विशीष्ठ कालावधी पर्यंत व्याज देण्यात येत होते परंतु ते सुध्दा नियमित देण्यात येत नव्हते, काही विशीष्ट कालावधी नंतर मुदतीठेवीच्या रकमेवर देण्यात आलेली नाही.
परंतु मुदतीं ठेवीवर नेमकी किती व्याजाची रक्कम उभय तक्रारदारांना विरुध्दपक्ष संस्थे तर्फे देण्यात आली, या संबधाने निश्चीत असा कोणताही पुरावा मंचा समक्ष आलेला नाही. विरुध्दपक्षां तर्फे दाखल लेखी उत्तरामध्ये तक्रारदारांनी मुदतीठेवीं मध्ये गुंतविलेल्या रकमा मान्य केलेल्या आहेत परंतु दोन्ही मुदतीठेवीं वर नेमके किती व्याज त्यांनी तक्रारदारांना दिलेत या संबधीचा कोणताही व्याजाचा हिशोब विरुध्दपक्षांनी सुध्दा दाखल केलेला नाही, त्यामुळे मुदती ठेवींवर निश्चीत अशी किती व्याजाची रक्कम अद्दापही दोन्ही तक्रारदारांना घेणे बाकी आहे या संबधाने कोणताही आदेश योग्य त्या पुराव्या अभावी मंचास देता येणार नाही.
07. उभय तक्रारदारांनी विरुध्दपक्ष सहकारी पतसंस्था आणि तिचे संचालक यांना दिनांक-29/12/2015 रोजी रजिस्टर पोस्टाने पाठविलेल्या नोटीसची प्रत पुराव्या दाखल अभिलेखावर दाखल केलेली आहे. तसेच पतसंस्थेचे अध्यक्षा व सचिवानीं त्यांचे स्वाक्षरी सह दिनांक-30/09/2015 रोजीचे आमसभे प्रमाणे सर्व ठेवीदारांच्या ठेवी परत करण्याची दिलेली लेखी ग्वाही दिल्या संबधाने दस्तऐवजाची प्रत दाखल केली. परंतु विरुध्दपक्ष संस्थेनी त्यांना मुदतीठेवीची रक्कम त्यातील देयलाभांसह परत केलेली नाही ही त्यांची दोषपूर्ण सेवा आहे आणि यामुळे उभय तक्रारदारांना निश्चीतच शारिरीक, मानसिक व आर्थिक त्रास सहन करावा लागत आहे.
08. सर्वसाधारणपणे सहकार कायद्दाखालील नोंदणीकृत संस्थेच्या व्यवहारात काही अनियमितता आढळल्यास राज्य शासनाचे वतीने प्रशासकाची नियुक्ती संस्थेचा दैनंदिन कारभार पाहण्यासाठी केल्या जाते परंतु संस्थेच्या अनियमितते बद्दल वा गैरव्यवहारा बद्दल प्रशासकाची जबाबदारी येते असे होत नाही. संस्थेवर प्रशासक नेमला म्हणून संस्थेची दायीत्वाची जबाबदारी संपली असे म्हणता येणार नाही, संस्थेच्या दायीत्वाची जबाबदारी ही संस्था आणि तिचे पदाधिकारी यांचेवरच आहे. आम्ही मंचाचे आदेशाचे अनुपालन विरुध्दपक्ष संस्थे कडून होण्यासाठी प्रशासकाने योग्य ते सहकार्य करावे एवढया पुरतीच प्रशासकाची जबाबदारी निश्चीत करतो असे आदेशित करतो. मंचाचे आदेशाचे अनुपालनाची सर्वस्वी जबाबदारी ही विरुध्दपक्ष सहकारी संस्था आणि तिचे तर्फे तिचे पदाधिकारी यांचीच येते.
09. वरील सर्व वस्तुस्थितीचा विचार करुन, आम्ही तक्रारीत खालील प्रमाणे आदेश पारीत करीत आहोत-
::आदेश::
(01) उभय तक्रारदारांची, विरुध्दपक्ष क्रं- (1) सच्चिदानंद सहकारी पत पुरवठा संस्था मर्यादित, उमरेड, तालुका उमरेड (नोंदणी क्रं-1152) ही संस्था आणि तिच्या तर्फे कार्यरत पदाधिकारी विरुध्दपक्ष क्रं-2) व क्रं-3) अनुक्रमे अध्यक्ष व सचिव यांचे विरुध्द वैयक्तिक आणि संयुक्तिक स्वरुपात (Jointly & Severally) अंशतः मंजूर करण्यात येते.
(02) विरुध्दपक्ष क्रं-(4) प्रशासक, सच्चिदानंद सहकारी पत पुरवठा संस्था मर्यादित, उमरेड यांचे विरुध्दची तक्रार ही औपचारीकरित्या (Formal) म्हणजे विरुध्दपक्ष सहकारी पत संस्थे कडून मंचाचे आदेशाचे अनुपालन, विरुध्दपक्ष क्रं-(1) सहकारी पतसंस्था आणि तिचे पदाधिकारी विरुध्दपक्ष क्रं-(2) आणि विरुध्दपक्ष क्रं-(3) मार्फतीने होईल एवढया मुद्दा पुरती मंजूर करण्यात येते.
(03) विरुध्दपक्ष क्रं- (1) सच्चिदानंद सहकारी पत पुरवठा संस्था मर्यादित, उमरेड, तालुका उमरेड (नोंदणी क्रं-1152) ही संस्था आणि तिच्या तर्फे कार्यरत पदाधिकारी विरुध्दपक्ष क्रं-2) व क्रं-3) अनुक्रमे अध्यक्ष व सचिव यांना आदेशित करण्यात येते की, त्यांनी या निकालपत्रातील “परिशिष्ट-अ” मध्ये दर्शविल्या प्रमाणे उभय तक्रारदारांनी विविध मुदतीठेवी मध्ये गुंतवलेल्या रक्कमा मुदतठेव गुंतवणूकीच्या प्रथम परिपक्वता तिथीस देय रक्कमा (Due Amounts on First Maturity Dates) प्रथम परिपक्वता तिथीचे दिनांका पासून ते रकमेच्या प्रत्यक्ष्य अदायगी पावेतो द.सा.द.शे.-12% दराने व्याजासह येणा-या रकमा प्रस्तुत निकालाची प्रमाणित प्रत मिळाल्याचे दिनांका पासून 30 दिवसांचे आत उभय तक्रारदारांना परत कराव्यात. उभय तक्रारदारांच्या म्हणण्या प्रमाणे त्यांना विरुध्दपक्ष संस्थे तर्फे काही विशीष्ट कालावधी करीता काही मुदतठेवीच्या गुंतवणूकीच्या रकमेवर व्याजाच्या रकमा मिळालेल्या आहेत, त्याप्रमाणे मुदती ठेवींवर अगोदरच तक्रारदारांना दिलेल्या व्याजाच्या रकमा या देय रकमेतून वगळण्यात याव्यात व परिपूर्ण योग्य तो लेखी हिशोब विरुध्दपक्ष संस्थे तर्फे उभय तक्रारदारांना देण्यात यावा.
(04) उभय तक्रारदारांना झालेल्या शारिरीक व मानसिक त्रासा बद्दल रुपये-15000/-(अक्षरी रुपये पंधरा हजार फक्त) आणि तक्रारखर्च म्हणून रुपये-5000/- (अक्षरी रुपये पाच हजार फक्त) विरुध्दपक्ष क्रं-1) ते 3) यांनी वैयक्तिक आणि संयुक्तिक स्वरुपात (Jointly & Severally) तक्रारदारांना द्दावेत.
(05) सदर आदेशाचे अनुपालन विरुध्दपक्ष क्रं- (1) सच्चिदानंद सहकारी पत पुरवठा संस्था मर्यादित, उमरेड, ही संस्था आणि तिच्या तर्फे कार्यरत पदाधिकारी विरुध्दपक्ष क्रं-(2) व क्रं-(3) अनुक्रमे अध्यक्ष व सचिव यांनी वैयक्तिक आणि संयुक्तिक स्वरुपात (Jointly & Severally) निकालपत्राची प्रमाणित प्रत
प्राप्त झाल्या पासून 30 दिवसांचे आत करावे. विरुध्दपक्ष क्रं-(4) प्रशासकाने मंचाचे आदेशाचे अनुपालन त्यांचे मार्फतीने विरुध्दपक्ष क्रं- (1) सच्चिदानंद सहकारी पत पुरवठा संस्था मर्यादित, उमरेड, ही संस्था आणि तिच्या तर्फे कार्यरत पदाधिकारी विरुध्दपक्ष क्रं-2) व क्रं-3) अनुक्रमे अध्यक्ष व सचिव यांचे कडून होईल असे पहावे.
(06) प्रस्तुत निकालपत्राच्या प्रमाणित प्रती सर्व पक्षकारांना निःशुल्क उपलब्ध करुन देण्यात याव्यात.