(मौखिक)
राज्य उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग, उ0प्र0, लखनऊ
अपील संख्या-1024/2010
विकास रस्तोगी पुत्र श्री उमा शंकर
बनाम
इंडियन पोस्टल डिपार्टमेंट तथा अन्य
समक्ष:-
1. माननीय श्री सुशील कुमार, सदस्य।
2. माननीय श्रीमती सुधा उपाध्याय, सदस्य।
अपीलार्थी की ओर से उपस्थित : श्री प्रतुल श्रीवास्तव।
प्रत्यर्थीगण की ओर से उपस्थित : श्री कृष्ण पाठक।
दिनांक : 06.08.2024
माननीय श्रीमती सुधा उपाध्याय, सदस्य द्वारा उदघोषित
निर्णय
1. परिवाद संख्या-04/2010, विकास रस्तोगी बनाम भारतीय डाक विभाग तथा एक अन्य में विद्वान जिला आयोग, द्वितीय बरेली द्वारा पारित निर्णय/आदेश दिनांक 05.05.2010 के विरूद्ध प्रस्तुत की गई अपील पर अपीलार्थी के विद्वान अधिवक्ता श्री प्रतुल श्रीवास्तव तथा प्रत्यर्थीगण के विद्वान अधिवक्ता श्री श्रीकृष्ण पाठक को सुना गया तथा प्रश्नगत निर्णय/पत्रावली का अवलोकन किया गया।
2. निर्णय/आदेश के अवलोकन से ज्ञात होता है कि कालबाधित होने के आधार पर परिवाद खारिज किया गया है। चूंकि अनुरेखक पद हेतु आवेदन पत्र वर्ष 2007 में प्रेषित किया गया था और परिवाद उसके दो वर्ष पश्चात वर्ष 2010 में प्रस्तुत किया गया, इसलिए समयावधि से बाधित होने के कारण परिवाद खारिज किया
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गया है। अत: विद्वान जिला आयोग का उपरोक्त निष्कर्ष विधिसम्मत है। तदनुसार प्रस्तुत अपील निरस्त होने योग्य है।
आदेश
3. प्रस्तुत अपील निरस्त की जाती है।
प्रस्तुत अपील में अपीलार्थी द्वारा यदि कोई धनराशि जमा की गई हो तो उक्त जमा धनराशि अर्जित ब्याज सहित जिला आयोग को यथाशीघ्र विधि के अनुसार निस्तारण हेतु प्रेषित की जाए।
आशुलिपिक से अपेक्षा की जाती है कि वह इस निर्णय को आयोग की वेबसाइट पर नियमानुसार यथाशीघ्र अपलोड कर दे।
(सुधा उपाध्याय) (सुशील कुमार(
सदस्य सदस्य
लक्ष्मन, आशु0,
कोर्ट-2