Uttar Pradesh

Muradabad-II

CC/70/2015

Smt. Neelam - Complainant(s)

Versus

P.V.V.N.L - Opp.Party(s)

Shri Hariom Singh

30 May 2016

ORDER

District Consumer Disputes Redressal Forum -II
Moradabad
 
Complaint Case No. CC/70/2015
 
1. Smt. Neelam
R/o Moh. Punam Vihar Colony, Khushaalpur, Thana Majhola, Moradabad
Moradabad
Uttar Pradesh
...........Complainant(s)
Versus
1. P.V.V.N.L
Add:- EDD-I
Moradabad
Uttar Pradesh
............Opp.Party(s)
 
BEFORE: 
 HON'BLE MR. P.K Jain PRESIDENT
 HON'BLE MRS. Azra Khan MEMBER
 HON'BLE MRS. Manju Srivastava MEMBER
 
For the Complainant:
For the Opp. Party:
ORDER

द्वारा- श्री पवन कुमार जैन - अध्‍यक्ष

  1.   इस परिवाद के माध्‍यम से परिवादिनी ने अनुरोध किया है कि विपक्षीगण को आदेशित किया जाऐ कि वे बिजली के नये मीटर की रीडिंग के अनुसार दिनांक 22/9/2014 से परिवादिनी के बिजली के बिल संशोधित करे। क्षतिपूर्ति की मद में 50000/- रूपया और परिवाद व्‍यय परिवादिनी ने अतिरिक्‍त मांगा है।
  2.  संक्षेप में परिवाद कथन इस प्रकार हैं कि परिवादिनी के आवास स्थित मौ0 पूनम विहार कालोनी, खुशहालपुर थाना मझोला, मुरादाबाद में बिजली का कनेक्‍शन संख्‍या-121678 जिसकी बुक संख्‍या-1103 है, लगा हुआ है।  परिवादिनी बिजली के बिल समय से अदा करते चली आ रही है। यह कनेक्‍शन 2 किलोवाट क्षमता का है। परिवादिनी के अनुसार बिजली का  मीटर खराब हो गया था और जम्पिंग कर रहा था। इस सम्‍बन्‍ध में दिनांक  27/10/2014 को उसने विपक्षी संख्‍या-3 के कार्यालय में जाकर एक प्रार्थना पत्र दिया। विपक्षी संख्‍या-3 ने जे0ई0 को जॉंच  के आदेश दिऐ। विपक्षीगण  के कर्मचारियों ने मीटर को चैक करने पर बताया कि परिवादिनी का मीटर खराब है और यह जम्पिंग कर रहा है। दिनांक 16/12/2014 को विपक्षीगण के कर्मचारी आये और उन्‍होंने पुराना मीटर उतारकर नया  मीटर लगा दिया। पुराना मीटर वे साथ ले गऐ। परिवादिनी को दो माह तक बिजली का बिल नहीं मिला जिसकी शिकायत उसने विपक्षीगण से की। विपक्षीगण के  कार्यालय के कई चक्‍कर लगाने के बाद दिनांक 24/3/2015 को गलत  तरीके से पुराने मीटर की रीडिंग का वि|qत बिल 4426/- रूपया परिवादिनी को जारी कर दिया गया। विपक्षीगण से परिवादिनी ने अनेकों बार अनुरोध किया कि उसके घर पर लगे नये मीटर की रीडिंग के अनुसार उसे संशोधित बिल जारी किऐ जाऐ किन्‍तु उसकी बात नहीं सुनी गई। इस पर परिवादिनी ने दिनांक 22/4/2015 को विपक्षी संख्‍या-3 को इस आशय का प्रार्थना पत्र दिया कि उसके आवास पर लगे कनेक्‍शन के नये वि|qत मीटर की रीडिंग के अनुसार संशोधित बिल उसे दिऐ जाऐ। इस पर जे0ई0 ने वि|qत मीटर की जॉंच कर बिल संशोधित करने हेतु अपनी आख्‍या दी किन्‍तु इसके बावजूद परिवादिनी का बिल संशोधित  नहीं किया गया। दिनांक 11/5/2015 को पुन: उसने बिल संशोधन हेतु एक  प्रार्थना पत्र किया किन्‍तु इस पर  भी उसे केवल आश्‍वासन मिला, उसका बिल संशोधित नहीं किया गया। परिवादिनी ने यह कहते हुऐ कि विपक्षीगण के कृत्‍य अनुचित व्‍यापार प्रथा और सेवा में कमी की श्रेणी में आते हैं, परिवाद में अनुरोधित अनुतोष दिलाऐ जाने की प्रार्थना की।
  3.   परिवाद के समर्थन में परिवादिनी ने अपना शपथ पत्र कागज संख्‍या-3/4 लगायत3/6 दाखिल किया।
  4.   सूची कागज संख्‍या- 3/8 के माध्‍यम से परिवादिनी ने खराब मीटर की चेकिंग के लिए चेक मीटर लगाने हेतु दिऐ गऐ प्रार्थना पत्र दिनांक 27/10/2014, पुराने मीटर के स्‍थान पर नया मीटर लगाऐ जाने सम्‍बन्‍धी सीलिंग प्रमाण पत्र, नये मीटर की रीडिंग के अनुसार बिल के संशोधन हेतु   दिऐ गऐ प्रार्थना पत्र दिनांक 22/4/2015, बिल संशोधन हेतु दिऐ गऐ  प्रार्थना दिनांकित 11/5/2015, दिनांक 22/8/2014 से दिनांक 22/9/2014 तक की अवधि के बिल और इस बिल की राशि अंकन 584/- रूपये जमा करने  की रसीद की फोटो प्रतियों को दाखिल किया, यह प्रपत्र पत्रावली के कागज संख्‍या-3/9 लगायत 3/14 हैं।
  5.   प्रतिवाद पत्र  दाखिल करते समय परिवादी ने जो प्रपत्र सूची कागज सं0-3/8 से दाखिल किऐ थे उनमें से प्रपत्र कागज सं0-3/10 एवं 3/11 अपठनीय थे। फोरम ने इनकी पठनीय प्रति दाखिल किऐ जाने के निर्देश थे जिसके अनुपालन में परिवादी ने सूची कागज सं0-4/2 के माध्‍यम  से उक्‍त अपठनीय प्रपत्रों की पठनीय प्रति क्रमश: कागज सं0-4/3 व कागज सं0-4/4 दाखिल कीं।
  6.   विपक्षीगण की ओर से प्रतिवाद पत्र कागज सं0-13/1 लगायत 13/3 दाखिल हुआ जिसमें परिवादिनी के आवासीय परिसर पर 2 किलोवाट  क्षमता का वि|qत कनेक्‍शन  संख्‍या- 121678 जिसकी बुक संख्‍या-1103 है, लगा होने और परिवादिनी की शिकायत पर दिनांक 16/12/2014 को  पुराना मीटर बदलकर उसके स्‍थान पर नया मीटर लगाया जाना तो स्‍वीकार किया गया है, किन्‍तु शेष परिवाद कथनों से इन्‍कार किया गया। विशेष कथनों में कहा गया कि परिवादिनी के आवास पर लगे वि|qत कनेक्‍शन  का माह सितम्‍बर, 2014 का 584/- रूपया का बिल दिनांक 29/9/2014 को जमा हुआ तत्‍समय रीडिंग 1830 थी। माह अक्‍टूवर, 2014 में  189  यूनिटस का बिल परिवादिनी को भेजा गया जिसे परिवादिनी ने  जमा नहीं किया। दिनांक 16/12/2014 को परिवादिनी का मीटर बदल  दिया गया। पुराने मीटर की रीडिंग और नये मीटर की माह जून, 2015 की रीडिंग जो क्रमश: 496 और 384 इस प्रकार कुल 880 यूनिट थी, का  बिल संशोधित कर दिया गया। माह जून, 2015 तक का परिवादिनी को  6920/- रूपया का बिल जमा करना है जो परिवादिनी ने जमा नहीं किया उसका बिल संशोधित किया जा चुका है। सीलिंग सर्टिफिकेट की फोटो प्रति और संशोधित बिल मूल रूप में संलग्‍न करते हुऐ विपक्षीगण की ओर से  परिवाद को यह कहते हुऐ खारिज किऐ जाने की प्रार्थना की गई कि  परिवादिनी ने नाजायज दबाव बनाने के उद्देश्‍य से असत्‍य कथनों के आधार पर परिवाद योजित किया है।
  7.   परिवादिनी ने अपना साक्ष्‍य शपथ पत्र कागज सं0-14/1 लगायत   14/4 दाखिल किया।
  8.   विपक्षीगण की ओर से अधिशासी अभियन्‍ता श्री अभय कुमार जैन का साक्ष्‍य शपथ पत्र दाखिल हुआ।
  9.   दोनों पक्षों की ओर से लिखित बहस दाखिल हुई।
  10.   हमने पक्षकारों के विद्वान अधिवक्‍तागण के तर्कों को सुना और  पत्रावली का अवलोकन किया।
  11.   इस बिन्‍दु पर कोई विवाद नहीं है कि परिवादिनी के आवासीय परिसर में बिजली का कनेक्‍शन सं0-121678 लगा है जिसकी बुक संख्‍या-1103 है। विपक्षीगण को इस बात से इन्‍कार नहीं है कि परिवादिनी के यहां लगे बिजली मीटर की माह सितम्‍बर, 2014 तक रीडिंग 1830 यूनिट थी जिसका बिल परिवादिनी ने दिनांक 29/9/2014 को जमा कर दिया था।
  12.   पत्रावली में अवस्थित पत्र कागज सं0-3/9 दिनांकित 27/10/2014 द्वारा परिवादिनी ने विपक्षी सं0-3 से यह शिकायत करते हुऐ कि उसका मीटर जम्पिंग करके रीडिंग ज्‍यादा दे रहा है, चैक मीटर लगवाने का  अनुरोध किया जिस पर दिनांक 16/12/2014 को परिवादिनी के मकान पर  लगा बिजली का मीटर विपक्षीगण के कर्मचारियों के द्वारा बदल दिया गया और पुराने मीटर के स्‍थान पर नया मीटर लगा दिया गया जैसा कि  सीलिंग प्रमाण पत्र कागज सं0-4/3 से प्रकट है। नया मीटर लगाने के बाद  परिवादिनी को 6,920/- रूपया का बिल भेजा गया जो पत्रावली का कागज सं0-13/6 है। इस बिल में अंकित धनराशि की कैलकुलेशन विपक्षीगण की  ओर से प्रतिवाद पत्र के साथ दाखिल की गई है जो पत्रावली का कागज सं0-13/5 है। इस कैलकुलेशन शीट के अनुसार परिवादिनी को भेजा गया  6,920/-रूपया बिल माह अक्‍टूबर,2014 से माह जून,2015 तक की अवधि का है।
  13.   परिवादिनी के विद्वान अधिवक्‍ता को दिनांक 22/9/2014 से नया  मीटर लगने की तिथि अर्थात् दिनांक 16/12/2014 तक की अवधि की रीडिंग तथा बिल पर आपत्ति है। परिवादिनी के विद्वान अधिवक्‍ता के इस तर्क में बल है कि पत्र कागज सं0-3/9 में विशिष्‍ट रूप से चैक मीटर लगाने का  अनुरोध करने के बावजूद विपक्षीगण ने परिवादिनी के घर पर चैक मीटर नहीं लगाया बल्कि मीटर को बदल दिया। परिवादिनी के विद्वान अधिवक्‍ता की इस आपत्ति में भी बल है कि परिवादिनी के घर से उतारे गऐ मीटर को परिवादिनी को सूचित किऐ बिना परिवादिनी की अनुपस्थिति में चेक कर कैसे यह रिपोर्ट दे दी गई कि पुराना मीटर सही है। परिवादिनी को सूचित किऐ बिना परिवादिनी की अनुपस्थिति में मीटर चेक कर उसे सही करार दिया जाना परिवादिनी पर बाध्‍यकारी नहीं है। नया मीटर लगने के बाद परिवादिनी को उपलब्‍ध कराऐ गऐ बिल की कैलकुलेशन कागज सं0-13/5 के अवलोकन से प्रकट है कि इस कैलकुलेशन में माह अक्‍टूबर, 2014 से माह दिसम्‍बर, 2014 तक की अवधि का बिल  पुराने मीटर की रीडिंग के अनुसार बनाया गया है जो उचित नहीं माना जा  सकता क्‍योंकि परिवादिनी निरन्‍तर यह शिकायत कर रही थी कि उसका मीटर जम्पिंग करके ज्‍यादा रीडिंग दिखा रहा है। कैल्‍कुलेशन शीट कागज सं0-13/5 के अवलोकन से प्रकट है कि दिनांक 16/12/2014 को नया   मीटर लगाने के बाद माह जून, 2015 तक परिवादिनी के मीटर में केवल 384 यूनिट की खपत आई है। परिवादिनी के विद्वान अधिवक्‍ता के इस  तर्क में बल है कि दिनांक 16/12/2014 को परिवादिनी के मकान पर  लगाऐ गऐ नये मीटर की रीडिंग के अनुरूप दिनांक 22/9/2014 से 16/12/2014 तक की अवधि का बिल बनाया जाना चाहिऐ था।
  14.   उपरोक्‍त विवेचना के आधार पर हम सन्‍तुष्‍ट हैं कि परिवादिनी को माह जून, 2016 तक की अवधि का जो बिल भेजा गया है उसमें दिनांक 22/9/2014 से 16/12/2014 तक की अवधि का बिल पुराने मीटर की  रीडिंग के अनुसार बनाकर विपक्षीगण ने त्रुटि की है और यह सेवा में कमी  का मामला है। परिवादिनी को जारी बिल संख्‍या-22222222 जो पत्रावली का  कागज सं0-13/6 है, त्रुटिपूर्ण होने के कारण निरस्‍त होने योग्‍य है।

 

आदेश्‍ा

   परिवादिनी को जारी बिल संख्‍या-22222222 जो पत्रावली का कागज सं0-13/6  है, निरस्‍त किया जाता है। विपक्षीगण को आदेशित किया जाता है  कि दिनांक 22/9/2014 से दिनांक 16/12/2014 तक की अवधि का नये मीटर की रीडिंग के ऐवरेज के आधार पर नियमानुसार बिल बनाते हुऐ परिवादी को एक माह में कार्यालय ज्ञापन जारी करें।  परिवादिनी  परिवाद व्‍यय की मद में 2500/- (दो हजार पाँच सौ रूपया) और क्षतिपूर्ति  की मद में 1000/- (एक हजार रूपया) परिवादिनी अतिरिक्‍त पाने की अधिकारीं होगी।

 

 

    (श्रीमती मंजू श्रीवास्‍तव)    (सुश्री अजरा खान)    (पवन कुमार जैन)

      सामान्‍य सदस्‍य            सदस्‍य             अध्‍यक्ष

  •      0उ0फो0-।। मुरादाबाद   जि0उ0फो0-।। मुरादाबाद  जि0उ0फो0-।। मुरादाबाद

      30.05.2016          30.05.2016         30.05.2016

  हमारे द्वारा यह निर्णय एवं आदेश आज दिनांक 30.05.2016 को खुले फोरम में हस्‍ताक्षरित, दिनांकित एवं उद्घोषित किया गया।

 

   (श्रीमती मंजू श्रीवास्‍तव)  (सुश्री अजरा खान)   (पवन कुमार जैन)

      सामान्‍य सदस्‍य          सदस्‍य           अध्‍यक्ष

    जि0उ0फो0-।। मुरादाबाद  जि0उ0फो0-।। मुरादाबाद  जि0उ0फो0-।। मुरादाबाद

       30.05.2016        30.05.2016       30.05.2016

 
 
[HON'BLE MR. P.K Jain]
PRESIDENT
 
[HON'BLE MRS. Azra Khan]
MEMBER
 
[HON'BLE MRS. Manju Srivastava]
MEMBER

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