Uttar Pradesh

Muradabad-II

CC/116/2015

Shri Aunrag - Complainant(s)

Versus

M/s Kaka Tyers & Others - Opp.Party(s)

Dr. Anurag Goel

23 Aug 2016

ORDER

District Consumer Disputes Redressal Forum -II
Moradabad
 
Complaint Case No. CC/116/2015
 
1. Shri Aunrag
R/o Shau Street, Bartan Bazar Moradabad
Moradabad
Uttar Pradesh
...........Complainant(s)
Versus
1. M/s Kaka Tyers & Others
Add: Near Sai Complex Delhi Road Moradabd
............Opp.Party(s)
 
BEFORE: 
 HON'BLE MR. P.K Jain PRESIDENT
 HON'BLE MRS. Azra Khan MEMBER
 HON'BLE MRS. Manju Srivastava MEMBER
 
For the Complainant:
For the Opp. Party:
Dated : 23 Aug 2016
Final Order / Judgement

द्वारा- श्री पवन कुमार जैन - अध्‍यक्ष

  1. इस परिवाद के माध्‍यम से परिवादी ने यह उपशम मांगा है कि विपक्षीगण को आदेशित किया जाऐ कि वे फोरम द्वारा निर्धारित अवधि में टायर का मूल्‍य अंकन 1200/-रूपया 24 प्रतिशत वार्षिक ब्‍याज सहित सहित परिवादी को अदा करें। क्षतिपूर्ति की मद में 50,000/- रूपया तथा परिवाद व्‍यय  परिवादी ने अतिरिक्‍त मांगे है।
  2. संक्षेप में परिवाद कथन इस प्रकार है कि दिनांक 25/2/2014 को  परिवादी ने विपक्षी सं0-2 द्वारा निर्मित एक टयूबलैस टायर सं0 (3-50-10) -50809634713 विपक्षी सं0-1 से खरीदा था। टायर क्रय करने के 5 महीने  बाद ही इसमें शिकायत आनी शुरू हो गई। उस टायर को जब विपक्षी सं0-1 को दिखाया गया तो उसने कहा कि टायर इस्‍तेमाल करते रहो कोई  बड़ी शिकायत आती है तब टायर रिप्‍लेस कर दिया जायेगा। परिवादी के अनुसार दिनांक 9/11/2014 को टायर पूरी तरह खराब हो गया। परिवादी  टायर की शिकायत लेकर विपक्षी सं0-1 के पास गया। विपक्षी ने टायर   ले लिया और उसकी रिसिविंग परिवादी को दे दी। परिवादी से उसने कहा कि 15 दिन में टायर बदलकर आ जायेगा। परिवादी के अनुसार अनेकों  चक्‍कर लगाने के बाद भी विपक्षी सं0-1ने न तो टायर बदल कर दिया और न ही टायर का कोई क्‍लेम ही परिवादी को दिया। मजबूर होकर परिवादी ने दोनों विपक्षियों को कानूनी नोटिस दिनांकित 20/8/2015  भेजा। विपक्षी सं0-2 ने उसका गलत उत्‍तर भेजा जो परिवादी को स्‍वीकार नहीं है। परिवादी के अनुसार परिवाद योजित करने के अतिरिक्‍त उसके पास अब कोई विकल्‍प नहीं है। परिवादी ने परिवाद में अनुरोधित अनुतोष स्‍वीकार किऐ जाने की प्रार्थना की।
  3. परिवाद के साथ परिवादी द्वारा टायर खरीदने की रसीद, खराब हुऐ  टायर की विपक्षी सं0-1 द्वारा दी गई रिसिविंग दिनांकित 9/11/2014, विपक्षीगण को भेजे गऐ कानूनी नोटिस दिनांकित 20/8/2015 तथा इस कानूनी नोटिस के जबाव में विपक्षी सं0-2 की ओर से प्राप्‍त उत्‍तर  दिनांकित 22/9/2015 की फोटो प्रतियों को दाखिल किया गया है, यह  प्रपत्र पत्रावली के कागज सं0-3/4 लगायत 3/9 हैं।  
  4. कम्‍प्‍यूटर से डाउन लोड की गई स्‍टेट्स रिपोर्ट कागज सं0-8 के  अनुसार विपक्षी सं0-1 पर परिवाद के नोटिस की तामीला हो चुकी है,  किन्‍तु विपक्षी सं0-1 की ओर से कोई उपस्थित नहीं हुऐ उसकी ओर  से प्रतिवाद पत्र भी दाखिल नहीं हुआ अत: उसके विरूद्ध परिवाद की  सुनवाई एकपक्षीय किऐ जाने के आदेश हुऐ।
  5. विपक्षी सं0-2 की ओर से प्रतिवाद पत्र कागज सं0-13/1 लगायत  13/5 दाखिल हुआ। प्रतिवाद पत्र में विपक्षी सं0-2 की ओर से कहा गया  कि कथित डिफेक्टिव टायर का इंसपेक्‍शन परिवादी द्वारा किसी अधिकृत  प्रयोगशाला से नहीं कराया गया। ऐसी दशा में यह नहीं माना जा सकता कि टायर में निर्माण सम्‍बन्‍धी दोष था। विपक्षी सं0-1 जिससे परिवादी टायर खरीदना बताता है, उत्‍तरदाता विपक्षी सं0-2 का अधिकृत डीलर  नहीं है। उत्‍तरदाता विपक्षी सं0-2 की ओर से परिवादी को किसी प्रकार   की कोई गारण्‍टी अथवा वारण्‍टी नहीं दी गई और यदि कोई गारण्‍टी   अथवा वारण्‍टी है भी तो वह केवल निर्माण सम्‍बन्‍धी दोष के सन्‍दर्भ में  है। परिवादी ने टायर अनाधिकृत दुकान से खरीदा। टायर की जॉंच के  लिए उसने निर्धारित प्रक्रिया का पालन नहीं किया।  परिवादी यदि चाहें तो मुरादाबाद स्थित विपक्षी सं0-2 के अधिकृत डीलर मैसर्स वी0के0 टायर्स से कथित रूप से खराब हुऐ टायर का मुआयना करा सकता है अथवा टायर सीधे कम्‍पनी के बरेली कार्यालय को भेज सकता है। परिवादी ने विषयगत टायर  विपक्षी सं0-2 के मुआयने हेतु प्रस्‍तुत नहीं किया। विपक्षी सं0-2 की ओर  से यह कहते हुऐ कि टायर की परफोर्मेंस उसमें हवा के दबाव, सड़क की  स्थिति, गाड़ी चलाने के तरीके इत्‍यादि पर निर्भर करती है और यह  कहते हुऐ कि विपक्षी की ओर से सेवा देने में किसी प्रकार की कमी नहीं की  गई है, परिवाद को सव्‍यय खारिज किऐ जाने की प्रार्थना की गई है। प्रतिवाद पत्र के साथ विपक्षी सं0-2 ने परिवादी द्वारा भेजे गऐ कानूनी  नोटिस तथा विपक्षी सं0-2 की ओर से परिवादी को भेजे गऐ उत्‍तर की फोटो प्रतियों को बतौर संलग्‍नक दाखिल किया, यह प्रपत्र पत्रावली के कागज सं0-13/6 लगायत 13/9 हैं।
  6. परिवादी ने अपना साक्ष्‍य शपथ पत्र कागज सं0-14/1 लगायत 14/2 दाखिल किया। परिवादी ने अतिरिक्‍त साक्ष्‍य शपथ पत्र भी दाखिल किया।
  7. विपक्षी सं0-2 की ओर से खराब हुऐ कथित टायर का किसी अधिकृत प्रयोगशाला में भिजवाने हेतु प्रार्थना पत्र कागज सं0-15/1 लगायत 16/2  प्रस्‍तुत किया गया।
  8. विपक्षी सं0-2 ने पृथक से कोई साक्ष्‍य प्रस्‍तुत नहीं किया।
  9. परिवादी तथा विपक्षी सं0-2 ने अपनी-अपनी लिखित बहस दाखिल की।
  10. विपक्षी सं0-1 की ओर से कोई साक्ष्‍य अथवा लिखित उत्‍तर दाखिल  नहीं हुआ है।
  11. हमने परिवादी तथा विपक्षी सं0-2 के विद्वान अधिवक्‍ता  के तर्कों  को सुना और पत्रावली का अवलोकन किया।
  12. नकल रसीद कागज सं0-3/4 एवं नकल रिसिविंग कागज सं0-3/5  से प्रकट है कि परिवादी ने परिवाद के पैरा सं0-1 में उल्लिखित  एम0आर0एफ0 कम्‍पनी का एक टायर विपक्षी सं0-1 से अंकन 1200/- रूपया में खरीदा था जिसे विपक्षी सं0-1 ने दिनांक  9/11/2014 को परिवादी से प्राप्‍त कर लिया। परिवादी ने अपने साक्ष्‍य शपथ पत्र के माध्‍यम से  यह प्रमाणित किया है कि टायर खरीदने के 5 महीने बाद से ही इसमें  शिकायत आनी शुरू हो गई थी और दिनांक 9/11/2014 से यह टायर  पूरी तरह खराब हो गया। इस हालत में विपक्षी सं0-1 ने दिनांक 9/11/2014 को इसे परिवादी से प्राप्‍त किया और रिप्‍लेस कराने का आश्‍वासन दिया। परिवादी के साक्ष्‍य शपथ पत्र से प्रकट है कि विपक्षी सं0-1 ने यह टायर रिप्‍लेस कर परिवादी  को वापिस नहीं किया उसने टायर में हुऐ नुकसान की भरपाई भी परिवादी को नहीं की। विपक्षी सं0-1 परिवाद के नोटिस तामील होने के बावजूद फोरम के समक्ष न तो उपस्थित हुऐ और न ही उन्‍होंने अपना पक्ष रखा ऐसी दशा में परिवादी द्वारा विपक्षी सं0-1 के विरूद्ध जो कथन परिवाद पत्र तथा अपने साक्ष्‍य शपथ पत्रों में किऐ गऐ हैं वे अखणिडत है परिणामस्‍वरूप यह माने जाने का कारण है कि विपक्षी सं0-1 द्वारा परिवादी को बेचा गया टायर डिफेक्टिव था जो खरीदने के लगभग 9 महीने के भीतर पूरी तरह खराब हो गया। विपक्षी सं0-1 ने वह खराब टायर रख तो लिया, किन्‍तु परिवादी के बार-बार अनुरोध करने के बावजूद उसे रिप्‍लेस नहीं किया। विपक्षी सं0-1 फोरम के समक्ष उपस्थित होकर यह कहने का साहस नहीं कर पाया कि उसने टायर विपक्षी सं0-2 को अथवा बरेली स्थित उनके मण्‍डलीय कार्यालय को भेज दिया था ऐसी दशा में विपक्षी सं0-2 के यह कथन स्‍वीकार किऐ जाने योग्‍य हैं कि उन्‍हें विषयगत टायर प्राप्‍त नहीं हुआ है। ऐसी दशा में विपक्षी सं0-2 के विरूद्ध सेवा में कमी का मामला नहीं बनता।
  13. अपने साक्ष्‍य के माध्‍यम से परिवादी विपक्षी सं0-1 के विरूद्ध किऐ गऐ कथनों को प्रमाणित करने में पूर्णतया सफल हुऐ हैं। यह भी प्रमाणित  हुआ है कि खरीदने के मात्र 9 महीने के भीतर टायर पूरी तरह खराब हो  गया था। यह टायर विपक्षी सं0-1 ने परिवादी से प्राप्‍त कर लिया किन्‍तु  आश्‍वासन के बावजूद टायर को रिप्‍लेस नहीं किया। उक्‍त स्थिति में  विपक्षी सं0-1 से परिवादी को 9 प्रतिशत वार्षिक ब्‍याज सहित टायर की कीमत अंकन1200/- रूपया दिलाया जाना हम न्‍यायोचित समझते हैं। विपक्षी सं0-1 के कृत्‍यों एवं उसके व्‍यवहार को देखते हुऐ क्षतिपूर्ति की  मद में विपक्षी सं0-1 से परिवादी को 5000/- (पाँच हजार रूपया) तथा परिवाद व्‍यय अंकन 2500/- (दो हजार पाँच सौ रूपया) अतिरिक्‍त दिलाया जाना भी न्‍यायोचित दिखाई देता है। तदानुसार परिवाद विपक्षी सं0-1 के विरूद्ध स्‍वीकार होने योग्‍य है।

     परिवाद योजित किऐ जाने की तिथि से वास्‍तविक वसूली की तिथि  तक की अवधि हेतु 9 प्रतिशत वार्षिक ब्‍याज सहित विपक्षी सं0-1 के  विरूद्ध रू0 1200/- (एक हजार दो सौ रूपया) की वसूली हेतु यह परिवाद सव्‍यय स्‍वीकार किया जाता है। उक्‍त के अतिरिक्‍त विपक्षी सं0-1 से  परिवादी क्षतिपूर्ति की मद में 5000/- (पाँच हजार रूपया) और परिवाद व्‍यय की मद में 2500/- (दो हजार पाँच सौ रूपया) पाने का भी अधिकारी होगा। इस आदेशानुसार समस्‍त धनराशि का भुगतान विपक्षी सं0-1 द्वारा परिवादी को दो माह के भीतर किया जायॅ।

 

 

   (श्रीमती मंजू श्रीवास्‍तव)    (सुश्री अजरा खान)    (पवन कुमार जैन)

     सामान्‍य सदस्‍य             सदस्‍य            अध्‍यक्ष

  •     0उ0फो0-।। मुरादाबाद    जि0उ0फो0-।। मुरादाबाद  जि0उ0फो0-।। मुरादाबाद

      23.08.2016           23.08.2016        23.08.2016

   हमारे द्वारा यह निर्णय एवं आदेश आज दिनांक 23.08.2016 को खुले फोरम में हस्‍ताक्षरित, दिनांकित एवं उद्घोषित किया गया।

 

 

     (श्रीमती मंजू श्रीवास्‍तव)   (सुश्री अजरा खान)   (पवन कुमार जैन)

      सामान्‍य सदस्‍य            सदस्‍य             अध्‍यक्ष

  •     0उ0फो0-।। मुरादाबाद    जि0उ0फो0-।। मुरादाबाद   जि0उ0फो0-।। मुरादाबाद

      23.08.2016          23.08.2016         23.08.2016

 

 
 
[HON'BLE MR. P.K Jain]
PRESIDENT
 
[HON'BLE MRS. Azra Khan]
MEMBER
 
[HON'BLE MRS. Manju Srivastava]
MEMBER

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