Final Order / Judgement | (सुरक्षित) राज्य उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग, उ0प्र0, लखनऊ। परिवाद सं0 :-423/2017 - Smt. Shail Bala Shahi (disease)
- Brinda Shahi, aged about 64 years s/o Prithvi Nath Shahi, resident of 1299, 14 Shahi Sadan, New colony, Singharia, P.O. Kuraghat, Gorakhpur-273001
(Subsitutued legal heir) -
1/3 Arun Shahi (Son) - Complainants
Vs - M/S Earth Infrastructure Ltd, Corporate office: A-1, C&D, Sector 16, near metro Station Noida, U.P through its partner/director Awadesh Goel presently in Tihar Jail, through its director General, Tihar Prison Complex, Tihar Central jail, Tihar Jail, New Delhi 110058
- M/S Earth Infrastructure Ltd, Corporate Office: A-1, C&D, Sector 16, Near Metro Station Noida, U.P. through its Partner/director Rajneesh Mittal presently in Tihar jail, through its Director General, Tihar Prison Complex, Tihar Central Jail, Tihar Jail, New Delhi 110058
- Opp. Parties
समक्ष - मा0 श्री राजेन्द्र सिंह, सदस्य
- मा0 श्री सुशील कुमार, सदस्य
उपस्थिति: परिवादीगण की ओर से विद्वान अधिवक्ता:- श्री अम्बरीश कौशल विपक्षीगण की ओर से विद्वान अधिवक्ता:- कोई नहीं दिनांक:-02.08.2023 माननीय श्री सुशील कुमार, सदस्य द्वारा उदघोषित निर्णय - यह परिवाद विपक्षीगण के विरूद्ध 1,000 स्क्वायर फीट वास्तविक आवंटित क्षेत्र का कब्जा सब सुविधाओं के साथ प्राप्त करने के लिए प्रस्तुत किया है, साथ ही परिवादी द्वारा जमा राशि पर भुगतान की तिथि तक 17 प्रतिशत प्रतिवर्ष की दर से ब्याज की मांग की गयी है एवं 1,00,000/-रू0 परिवाद व्यय की मांग की गयी है।
- परिवाद के तथ्यों के अनुसार परिवादी द्वारा सम्पूर्ण मूल्य प्राप्त करने के बावजूद भी परिवादी को लगभग 1,000/- स्क्वायर फीट यूनिट का कब्जा उपलब्ध नहीं कराया, जबकि कम्पनी द्वारा 48 माह के अंतर्गत कब्जा प्रदान करने का वादा किया था। आवंटित यूनिट को वर्चुअल स्पेस का नाम दिया गया था। दिनांक 11.03.2013 को पक्षकारों के मध्य करार का निष्पादन हुआ था और कुल मूल्य 58,20,000/-रू0 परिवादी द्वारा अदा कर दिया गया है। इन सभी तथ्यों को साबित करने के लिए परिवादी की ओर से शपथ पत्र प्रस्तुत किया गया है, जिसका कोई खण्डन पत्रावली पर मौजूद नहीं है। अत: अखण्डनीय साक्ष्य के आधार पर परिवादी का यह दावा सिद्ध है कि उनके द्वारा अंकन 58,20,000/-रू0 जमा किये गये। पक्षकारों के मध्य करार निष्पादित हुआ, परंतु करार की शर्तों के अनुसार कब्जा सुपुर्द नहीं किया गया है। करार की प्रति पत्रावली पर मौजूद है। अत: परिवादी वांछित अनुतोष प्राप्त करने के लिए अधिकृत है।
आदेश - परिवाद स्वीकार किया जाता है। विपक्षीगण को आदेशित किया जाता है कि वे परिवादी को आवंटित यूनिट का कब्जा 03 माह के अंदर सब सुविधाओं से युक्त करते हुए उपलब्ध कराये एवं परिवादी द्वारा जमा राशि करार के अनुसार समयावधि बीत जाने के पश्चात वास्तविक कब्जे की तिथि तक इस राशि पर 15 प्रतिशत प्रतिवर्ष की दर से ब्याज उपलब्ध कराये। परिवाद व्यय के रूप में अंकन 50,000/- रूपये अदा करे।
आशुलिपिक से अपेक्षा की जाती है कि वह इस निर्णय/आदेश को आयोग की वेबसाइट पर नियमानुसार यथाशीघ्र अपलोड कर दें। (सुशील कुमार)(राजेन्द्र सिंह) निर्णय/आदेश आज खुले न्यायालय में हस्ताक्षरित, दिनांकित होकर उदघोषित किया। (सुशील कुमार) (राजेन्द्र सिंह) सदस्य सदस्य संदीप सिंह, आशु0 कोर्ट 2 | |