राज्य उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग, उ0प्र0, लखनऊ।
मौखिक
विविध वाद सं0-८१/२००१
(इस आयोग द्वारा अपील सं0-१०६८/१९९२ में पारित निर्णय एवं आदेश दिनांक ०३-१२-२००१ को रिकॉल करने हेतु)
सहारा इण्डिया लिमिटेड द्वारा डायरेक्टर श्री ओ0पी0 श्रीवास्तव, हैड आफिस, १, कपूरथला कॉम्प्लेक्स, अलीगंज, लखनऊ।
..................आवेदक/अपीलार्थी/विपक्षी।
बनाम्
मृत्युन्जय नाथ त्रिपाठी पुत्र श्री बृज बिहारी नाथ त्रिपाठी, निवासी मार्केट, भीकमपुर रोड, देवरिया। ...................... प्रत्यर्थी/परिवादी।
समक्ष:-
१. मा0 श्री उदय शंकर अवस्थी, पीठासीन सदस्य।
२. मा0 श्री राज कमल गुप्ता, सदस्य।
आवेदक की ओर से उपस्थित :- श्री आलोक कुमार श्रीवास्तव विद्वान अधिवक्ता।
प्रत्यर्थी की ओर से उपस्थित :- कोई नहीं।
दिनांक : २९-०२-२०१६.
मा0 श्री उदय शंकर अवस्थी, पीठासीन सदस्य द्वारा उदघोषित
निर्णय
यह विविध प्रार्थना पत्र इस आयोग द्वारा अपील सं0-१०६८/१९९२ में पारित निर्णय एवं आदेश दिनांक ०३-१२-२००१ को अपास्त करते हुए अपील को मूल नम्बर पर पुनर्स्थापित करने हेतु प्रस्तुत किया गया है, जिसके अन्तर्गत यह अपील निरस्त की गयी है तथा जिला मंच, देवरिया द्वारा पारित प्रश्नगत आदेश की पुष्टि की गयी है।
आवेदक की ओर से श्री आलोक कुमार श्रीवास्तव विद्वान अधिवक्ता उपस्थित आये और उन्हें सुना गया। पत्रावली का परिशीलन किया गया।
हमारी राय में यह विविध प्रार्थना पत्र मा0 उच्चतम न्यायालय द्वारा सिविल अपील सं0-4307/2007 एवं 8155/2001 राजीव हितेन्द्र पाठक व अन्य बनाम् अच्युत काशीनाथ कारेकर व अन्य में पारित निर्णय दिनांक 19/08/2011, IV (2011) CPJ 35 (SC) में दी गयी विधि व्यवस्था के परिपेक्ष्य में स्वीकार किये जाने योग्य नहीं है,
-२-
क्योंकि इस आयोग को, अन्तिम रूप से दिये गये अपने ही किसी आदेश को वापस लेते हुए अपील पुनर्स्थापित किया जाने अथवा उस आदेश को संशोधित किया जाने का अधिकार प्राप्त नहीं है। तद्नुसार यह विविध प्रार्थना पत्र अस्वीकार किया जाता है। पत्रावली दाखिल अभिलेखागार की जाय।
(उदय शंकर अवस्थी)
पीठासीन सदस्य
(राज कमल गुप्ता)
सदस्य
दिनांक : २९-०२-२०१६.
प्रमोद कुमार
वैय0सहा0ग्रेड-१,
कोर्ट-५.