Uttar Pradesh

Muradabad-II

cc/108/2014

Shri Ashil Malik - Complainant(s)

Versus

Garg Excel Computers - Opp.Party(s)

08 Nov 2016

ORDER

District Consumer Disputes Redressal Forum -II
Moradabad
 
Complaint Case No. cc/108/2014
 
1. Shri Ashil Malik
R/o Village Mahalkpur Nijaampur, Thana Civil Lines Moradabad
...........Complainant(s)
Versus
1. Garg Excel Computers
Add:- Shop No -12 Commericial Complex Jail Road, Moradabad
............Opp.Party(s)
 
BEFORE: 
 
For the Complainant:
For the Opp. Party:
Dated : 08 Nov 2016
Final Order / Judgement

निर्णय

द्वारा- श्री पवन कुमार जैन - अध्‍यक्ष

  1.   इस परिवाद के माध्‍यम से परिवादी ने यह उपशम मांगा है कि  विपक्षीगण से उसे कम्‍प्‍यूटर का मूल्‍य अंकन 28500/-रूपया अथवा उसके स्‍थान पर नया कम्‍प्‍यूटर दिलाया जाऐ। क्षतिपूर्ति की मद में 15000/-  रूपया और परिवाद व्‍यय की मद में 10000/-रूपया परिवादी ने अतिरिक्‍त  मांगे हैं। परिवादी द्वारा उक्‍त धनराशि पर 12 प्रतिशत वार्षिक की दर   से ब्‍याज दिलाऐ जाने का भी अनुरोध किया गया है। 
  2.   संक्षेप में परिवाद कथन इस प्रकार हैं कि उसने विपक्षी सं0-1 से  28500/-रूपया में एक कम्‍प्‍यूटर जिसका विवरण परिवाद के पैरा सं0-1   में दिया गया है दिनांक 15/9/2013 को खरीदा था। कुछ दिन तक तो  कम्‍प्‍यूटर ने ठीक कार्य किया, किन्‍तु उसके बाद उसमें खराबी आने लगी  कम्‍प्‍यूटर स्‍क्रीन से डाटा गायब होने लगा, उसके सी0पी0यू0 ने चार्जिंग बन्‍द कर दी। परिवादी कम्‍प्‍यूटर को लेकर विपक्षी सं0-1 के पास गया   कुछ देर रखने के बाद उसने परिवादी को कम्‍प्‍यूटर यह कहकर दे दिया   कि जाओ यह ठीक हो गया है। घर आकर परिवादी ने जब कम्‍प्‍यूटर चालू   किया तो पाया कि उसकी खराबी ठीक नहीं हुई थी। परिवादी पुन:  कम्‍प्‍यूटर को विपक्षी सं0-1 के पास ले गया और उसने कम्‍प्‍यूटर ठीक न होने की  शिकायत की इस पर विपक्षी सं0-1 ने परिवादी से अभद्र व्‍यवहार किया।  परिवादी के अनुसार विपक्षी सं0-1 ने जानबूझकर परिवादी को खराब कम्‍प्‍यूटर दिया है तथा इसमें घटिया और पुराने पुर्जे लगाकर परिवादी को  ठगा है। विपक्षी सं0-1 जानबूझकर कम्‍प्‍यूटर को सर्विस सेन्‍टर नहीं भेज  रहा है ताकि उसकी पोल न खुल जाऐ। परिवादी के अनुसार कम्‍प्‍यूटर की  एक साल की गारण्‍टी एवं वारण्‍टी है। परिवाद योजित किऐ जाते समय  कम्‍प्‍यूटर वारण्‍टी में था। विपक्षी सं0-1 परिवादी को सुनने के लिए तैयार  नहीं है अत: मजबूर होकर उसे यह परिवाद योजित करना पड़ा। उसने  परिवाद में अनुरोधित अनुतोष स्‍वीकार किऐ जाने की प्रार्थना की।
  3. परिवाद के साथ परिवादी द्वारा कम्‍प्‍यूटर खरीदने की रसीद की फोटो  प्रति कागज सं0-3/5 दाखिल की।
  4.   विपक्षी सं0-1 तामील के बावजूद उपस्थित नहीं हुआ। फोरम के  आदेश दिनांक 11/2/2016 के अनुपालन में परिवाद की सुनवाई विपक्षी सं0-1 के विरूद्ध एकपक्षीय की गई।
  5.   विपक्षी सं0-2 की ओर से उसके अधिकृत प्रतिनिधि द्वारा प्रतिवाद पत्र कागज सं0-16/1 लगायत 16/2 दाखिल किया गया है जिसमें परिवाद कथनों को असत्‍य बताते हुऐ कहा गया कि उत्‍तरदाता विपक्षी सं0-2 के  विरूद्ध परिवादी को कोई वाद हेतुक उत्‍पन्‍न नहीं हुआ। परिवाद कथनों के  अनुसार परिवादी ने कम्‍प्‍यूटर विपक्षी सं0-1 से खरीदा था। कम्‍प्‍यूटर को  कभी भी कम्‍पनी के अधिकृत सर्विस सेन्‍टर पर ठीक कराने के लिए नहीं  लाया गया। उसने सर्विस सेन्‍टर पर कभी कोई शिकायत भी दर्ज नहीं कराई।  परिवादी कम्‍प्‍यूटर ठीक कराने के लिए इसके विक्रेता-विपक्षी सं0-1 के पास ले गया था। परिवादी ने अभिकथित रूप से घटिया पुराने पुर्जे कम्‍प्‍यूटर में   लगाऐ जाने सम्‍बन्‍धी आरोप विपक्षी सं0-1 के विरूद्ध लगाऐ है। परिवाद  के पैरा सं0-1 में उल्लिखित कम्‍प्‍यूटर की उत्‍तरदाता विपक्षी सं0-2 ने  कभी कोई गारण्‍टी अथवा वारण्‍टी नहीं दी। उक्‍त कथनों के आधार पर   उत्‍तरदाता विपक्षी सं0-2 के विरूद्ध परिवाद को सव्‍यय खारिज किऐ जाने  की प्रार्थना की गई।
  6.   परिवादी ने अपने साक्ष्‍य शपथ पत्र कागज सं0-17/1 लगायत 17/3  दाखिल किया। विपक्षी सं0-2 की ओर से कम्‍पनी के अधिकृत प्रतिनिधि  ने अपना साक्ष्‍य शपथ पत्र कागज सं0-19/1 लगायत 19/2 दाखिल   किया।
  7.   परिवादी ने दिनांक 14/10/2016 को प्रार्थना पत्र कागज सं0-21 के  माध्‍यम से कम्‍प्‍यूटर की वारण्‍टी की फोटो प्रति कागज सं0-21/2 लगायत  21/13 दाखिल की जिसे विपक्षी सं0-2 के विद्वान अधिवक्‍ता ने कम्‍प्‍यूटर की वारण्‍टी होने से इन्‍कार करते हुऐ यह   कहा कि कागज सं0-21/2 लगायत 21/13 वारण्‍टी की नकल नहीं है  बल्कि यह वारण्‍टी कार्ड का लिटलेचर है।
  8.   किसी भी पक्ष ने लिखित बहस दाखिल नहीं की।
  9.   हमने परिवादी तथा विपक्षी सं0-2 के विद्वान अधिवक्‍ता के तर्कों  को सुना और पत्रावली का अवलोकन किया।
  10. परिवादी ने अपने शपथ पत्र में उल्लिखित कथनों की ओर हमारा ध्‍यान आकर्षित करते हुऐ कहा कि विपक्षी सं0-1 ने उसे खराब कम्‍प्‍यूटर बेचा और जिसमें घटिया और पुराने पुर्जे लगाऐ। इन कृत्‍यों से विपक्षी सं0-1 ने परिवादी को ठगा है। परिवादी के विद्वान अधिवक्‍ता के अनुसार  परिवाद योजित किऐ जाने की तिथि पर परिवाद वारण्‍टी अवधि में था। 
  11.  प्रत्‍युत्‍तर में विपक्षी सं0-2 के विद्वान अधिवक्‍ता का तर्क है कि   परिवादी विपक्षी सं0-1 जिससे परिवादी कम्‍प्‍यूटर खरीदना बताता है वह   विपक्षी सं0-2 का न तो अधिकृत डीलर है और न ही उनका अधिकृत सर्विस सेन्‍टर है। यह भी कहा गया कि परिवादी द्वारा जो भी आरोप लगाऐ  गऐ हैं वे विपक्षी सं0-1 विरूद्ध हैं। विपक्षी सं0-2 ने न तो कम्‍प्‍यूटर बेचा  और न ही कभी परिवादी ने विपक्षी सं0-2 अथवा उसके अधिकृत सर्विस सेन्‍टर पर कम्‍प्‍यूटर की कोई शिकायत दर्ज कराई। ऐसी दशा में विपक्षी सं0-1 के कृत्‍यों के लिए विपक्षी सं0-2 को कदापि उत्‍तरदाई नहीं ठहराया जा सकता। विपक्षी सं0-2 के विद्वान अधिवक्‍ता ने यह भी कहा कि परिवादी द्वारा दाखिल कागज सं0-21/2 लगायत 21/13 वारण्‍टी कार्ड की मात्र लिटलेचर है यह वारण्‍टी कार्ड नहीं है। विपक्षी सं0-2 ने प्रश्‍नगत   कम्‍प्‍यूटरकी कोई वारण्‍टी परिवादी को नहीं दी क्‍योंकि यह कम्‍प्‍यूटर  परिवादी के नाम विपक्षी सं0-2 के रिकार्ड में पंजीकृत ही नहीं है। विपक्षी सं0-2 की ओर से परिवाद को अपने विरूद्ध खारिज किऐ जाने की प्रार्थना  की गई। हम विपक्षी सं0-2 की ओर से दिऐ गऐ तर्कों से सहमत हैं। 
  12. नकल रसीद कागज सं0-3/5 के अवलोकन से प्रकट है कि प्रश्‍नगत     कम्‍प्‍यूटर परिवादी ने विपक्षी सं0-1 से अंकन 28500/-रूपया में खरीदा  था। स्‍वयं परिवादी के अनुसार कम्‍प्‍यूटर ठीक कराने के लिए कम्‍प्‍यूटर  को वह विपक्षी सं0-1 के पास ले गया था। कम्‍प्‍यूटर में घटिया और पुराने  पुर्जे लगाऐ जाने विषयक आरोप भी विपक्षी सं0-1 के विरूद्ध हैं। कम्‍प्‍यूटर  को ठीक करने और अभद्र व्‍यवहार करने विषयक परिवादी के आरोप भी   विपक्षी सं0-1 के विरूद्ध हैं। पत्रावली में ऐसा कोई अभिलेख नहीं है जिसके आधार पर यह माना जा सके कि विपक्षी सं0-1 विपक्षी सं0-2 का अधिकृत सर्विस सेन्‍टर है अथवा वह विपक्षी सं0-2 के एजेन्‍ट के रूप में कार्य कर   रहा था। विपक्षी सं0-1 तामील के बावजूद फोरम के समक्ष उपस्थित नहीं  हुआ है ऐसी दशा में विपक्षी सं0-1 के विरूद्ध परिवादी द्वारा अभद्र व्‍यवहार करने, खराब कम्‍प्‍यूटर बेचने और उसमें घटिया और पुराने पुर्जे लगाऐ  जाने सम्‍बन्‍धी जो आरोप लगाऐ गऐ हैं उनका विपक्षी सं0-1 के स्‍तर से   खण्‍डन नहीं हो पाया है। ऐसी दशा में विपक्षी सं0-1 के विरूद्ध परिवादी  द्वारा लगाऐ गऐ आरोपों पर अविश्‍वास किऐ जाने का कोई कारण दिखाई नहीं देता उक्‍त आरोप विपक्षी सं0-1 के विरूद्ध प्रमाणित हैं।
  13. उपरोक्‍त विवेचना के आधार पर हम इस निष्‍कर्ष पर पहुँचे है कि  परिवाद के पैरा सं0—1 में उल्लिखित कम्‍प्‍यूटर के बदले परिवादी को   विपक्षी सं0-1 से उसका मूल्‍य 28500/-रूपया तथा उस पर परिवाद योजित  किऐ जाने की तिथि से वास्‍तविक वसूली की तिथि तक की अवधि हेतु  9 प्रतिशत वार्षिक की दर से ब्‍याज दिलाया जाना न्‍यायोचित दिखाई देता है। विपक्षी सं0-1 के कृत्‍यों को देखते हुऐ परिवादी को विपक्षी सं0-1 से  क्षतिपूर्ति की मद में 3000/- (तीन हजार रूपया) और परिवाद व्‍यय की   मद में 2500/- (दो हजार पाँच सौ रूपया) अतिरिक्‍त दिलाया जाना भी   हम न्‍यायोचित समझते हैं। तदानुसार परिवाद विपक्षी सं0-1 के विरूद्ध स्‍वीकार होने योग्‍य है। विपक्षी सं0-2 के विरूद्ध परिवादी कोई  अनुतोष पाने का अधिकारी नहीं है।
  •  

   परिवाद योजित किऐ जाने की तिथि से वास्‍तविक वसूली की तिथि  तक की अवधि हेतु 9 प्रतिशत वार्षिक ब्‍याज सहित अंकन 28500/- (अठ्ठाईस हजार पाँच सौ रूपया) की वसूली हेतु परिवादी के पक्ष में विपक्षी सं0-1 के विरूद्ध यह परिवाद स्‍वीकार किया जाता है। परिवादी विपक्षी सं0-1 से क्षतिपूर्ति की मद में 3000/- (तीन हजार रूपया) और परिवाद व्‍यय की मद में 2500/- (दो हजार पाँच सौ रूपया) अतिरिक्‍त पाने का भी अधिकारी होगा। यह धनराशि परिवादी को आज की तिथि से दो माह के  भीतर अदा की जाय। इस आदेशानुसार धनराशि प्राप्‍त करने से पूर्व परिवादी  को परिवाद के पैरा सं0-1 में उल्लिखित कम्‍प्‍यूटर विपक्षी सं0-1 को  वापिस करना होगा।

 

         (सुश्री अजरा खान)                (पवन कुमार जैन)

              सदस्‍य                        अध्‍यक्ष

  •         0उ0फो0-।। मुरादाबाद               जि0उ0फो0-।। मुरादाबाद

           08.11.2016                    08.11.2016

     हमारे द्वारा यह निर्णय एवं आदेश आज दिनांक 08.11.2016 को खुले फोरम में हस्‍ताक्षरित, दिनांकित एवं उद्घोषित किया गया।

 

      (सुश्री अजरा खान)             (पवन कुमार जैन)

          सदस्‍य                      अध्‍यक्ष

  •    0उ0फो0-।। मुरादाबाद             जि0उ0फो0-।। मुरादाबाद

    08.11.2016                    08.11.2016

 

 

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