उभयपक्ष अनुपस्थित।
अभिलेख के अवलोकन से ज्ञात होता है कि वादी दिनांक 18.08.15, 07.01.16, 16.05.16 और 13.07.17 को अनुपस्थित थें और आज भी पुकार पर न तो वादी उपस्थित हुये और ना ही आदेश दिनांक 16.05.16 के अनुपालन में स्थिति स्पष्ट की गई।
अभिलेख के आदेश फलक के अवलोकन से ज्ञात होता है कि दिनांक 07.01.16 को वादी के अनुपस्थिति में विपक्षी के अधिवक्ता श्री अशोक कुमार झा ने अपने लिखित बयान के पारा-21 की ओर ध्यान दिलाते हुए कहा था कि वादी को चेक एवं कैश द्वारा भुगतान किया जा चुका है । इस संदर्भ में लिखित बयान के पारा 28, 29, 30 एवं 31 में वर्णित किया गया है और तब वादी के उक्त बयान पर वादी को यह निदेश दिया गया था कि वादी अगली तिथि पर उपस्थित रहें एवं दिनांक 16.05.16 को भी जब वादी उपस्थित नहीं हुए तब वादी को सख्त निदेश दिया गया कि वादी अगली तिथि पर निश्चित रूप से उपस्थित होकर स्थिति स्पष्ट करें।
आदेश दिनांक 13.07.17 से स्पष्ट है कि विपक्षी ने आदेश दिनांक 07.01.16 के अनुपालन में फोरम बताया है कि उन्होने वादी को दोनो आदमी को क्रमश: मो0 80,620/- एवं मो0 1,20,062/- रूपये चेक एवं नगद द्वारा भुगतान कर दिया गया है। विपक्षी को सुनने के बाद दिनांक 13.07.17 को वादी को निदेश दिया गया कि यदि वादी अगली तिथि पर उपस्थित नहीं होंगे तो विपक्षी के लिखित बयान के पारा 28, 29, 30 एवं 31 के आलोक में वाद समाप्त कर दिया जायेगा, किन्तु निदेश के बावजू भी वादी आज तक उपस्थित नहीं हुए, जिससे यह प्रतीत होता है कि विपक्षी के लिखित बयान के उपरोक्त वर्णित पारा में लिखित तथ्य सत्य है और वादी राशि प्राप्त कर संतुष्ट हो गये एवं अब वे इस वाद में अग्रेतर कार्रवाई करना नहीं चाहते हैं।
अभिलेख का अवलोकन किया एवं विपक्षी सं0 1 और 2 के द्वारा दाखिल जवाब का अवलोकन किया।
विपक्षी सं0 1 और 2 द्वारा दाखिल जवाब के पारा -21, 28, 29, 30 और 31 में निम्न तथ्य वर्णित है :-
“That the contents of para-7 are totally false hence denied. It is submitted that the payment of account no. 38090117307, scheme Sahara-14 has been made through account payee cheque no. 033984 on 30.08.2005 and payment of other accounts have been made in cash on 09.09.2005 and 20.09.2005 as per request of complainants. The complainants are making false statements. Kindly see additional plea.
That the complainant no.1 Smt. Renu Pandey had invested Rs.15,000/- in Sahara 14 scheme on 06.03.2000 vide receipt no. 38090117307 and Rs.50,000/- through five Receipt nos. 38090726443, 38090726444, 380907266448, 38090726449 & 38090726450 Rs.10,000/- in each, on 24.03.2001 under Sahara-D scheme at branch office- New Market. The complainant no.2 Khushboo Pandey had invested Rs.50,000/- through five Receipt nos. 38090726442, 38090726445, 38090726446, 38090726447 & 38090726451 Rs. 10,000/- in each, on 24.03.2001 under Sahara-D scheme at branch office – New Market. At the time of investment the complainants have put their signature on investment forms and accepted the terms and conditions of scheme. The certified copies of investment forms are being annexed herewith as Annexure No. 14/1 to 14/11.
That on 30.08.2005 the complainant no.1 Smt. Renu Pandey has received Rs. 31,442/- (Rs.15,000/- principal + Rs. 16,422/- intrest) as pre-maturity payment on account no. 38090117307 opened under Sahara-14 Scheme by putting her signature on withdrawal slip and settlement form though account payee cheque no. 033984. The amount of cheque i.e. Rs.31,442/- has been credited from account no. CD/883 of Opposite parties into account no. 10238608221 of Smt. Renu Pandey,on 02.09.2005. The copy of cheque that has been provided by the Bank reveals that Smt. Renu Pandey has submitted the cheque before Bank with her signature making an endorsement on the bank side of cheque “Pleas Credit into a/c no. 10238608221” The certified copy of withdrawal slip & settlement form and copy of cheque & Bank Statement is being annexed herewith as Annexure no. 15, 16, 17 & 18.
That on 09.9.2005 the complainant no. 1 Smt. Renu Pandey has received Rs. 16,124 ( Rs.10,000/- principal + Rs.6,124/-) as pre-maturity payment on each account nos. 38090726450, 38090726444, 38090726448, 38090726443 & 38090726449, total Rs. 80,620/- in cash by putting her signature on withdrawal slips and settlement forms. The certified copies of withdrawal slips and settlement forms are being annexed herewith as Annexure- 19/01 to 19/5 & 20/1 to 20/5.
That on 20.09.2005 the complainant no.2 Khushboo Pandey has received Rs. 16,124/- (Rs.10,000/- principal + Rs.6,124/-) interest) as pre-maturity payment on each account nos. 38090726445, 38090726446, 38090726447 , 38090726451& 38090726442, total Rs.80,620/- in cash by putting her signature on withdrawal slips and settlements forms. The certified copies of withdrawal slips and settlements forms are being annexed herewith as Annexure-no.21/01 to 21/05 & 22/01to 22/5.”
उपरोक्त वर्णित परिस्थिति में विपक्षी सं0 1 और 2 के जवाब के पारा-21, 28, 29, 30 और 31 के आलोक में एवं वादी द्वारा दिनांक 16.05.16 के आदेश के अनुपालन में स्थिति स्पष्ट नहीं करने के कारण प्रस्तुत वाद खारीज किया जाता है ।
सदस्या अध्यक्ष