राज्य उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग, उ0प्र0, लखनऊ।
मौखिक
परिवाद सं0-३९/२०१०
मै0 मॉं दुर्गा महेन्द्रा ट्रैक्टर्स, कार्यालय ३५५-३५६, मॉं सदन, कर्मचारी नगर, बरेली द्वारा अधिकृत हस्ताक्षरी।
..................... परिवादी।
बनाम्
बैंक आफ बड़ौदा, कार्यालय पंजाब मार्केट ब्रान्च, बरेली द्वारा वरिष्ठ प्रबन्धक।
.................... विपक्षी।
समक्ष:-
१- मा0 श्री उदय शंकर अवस्थी, पीठासीन सदस्य।
२- मा0 श्री महेश चन्द, सदस्य।
परिवादी की ओर से उपस्थित :- कोई।
विपक्षी की ओर से उपस्थित :- कोई नहीं।
दिनांक : १६-०३-२०१६.
मा0 श्री उदय शंकर अवस्थी, पीठासीन सदस्य द्वारा उदघोषित
निर्णय
आज यह पत्रावली प्रस्तुत हुई। परिवादी की ओर से कोई उपस्थित नहीं है और न ही उनकी ओर से स्थगन हेतु कोई प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया गया है। परिवादी के विद्वान अधिवक्ता भी आज अनुपस्थित हैं। हमारे द्वारा पत्रावली पर उपलब्ध समस्त अभिलेखों का भली-भांति अवलोकन किया गया।
पत्रावली के अवलोकन से यह विदित हो रहा है कि यह परिवाद अभी तक सुनवाई हेतु अंगीकृत नहीं किया गया है। यह परिवाद वर्ष २०१० से लम्बित है। दिनांक २३-०४-२०१० से यह परिवाद नियमित रूप से सूचीबद्ध किया जा रहा है। पिछली कई तिथियों से परिवादी की ओर से कोई उपस्थित नहीं हो रहा है। ऐसा प्रतीत होता है कि परिवादी को अब इस परिवाद के संचालन में कोई रूचि नहीं रह गयी है।
ऐसी परिस्थिति में यह परिवाद, परिवादी की अनुपस्थिति एवं पैरवी के अभाव में
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निरस्त होने योग्य है।
आदेश
प्रस्तुत परिवाद, परिवादी की अनुपस्थिति के कारण निरस्त किया जाता है।
इस परिवाद के व्यय-भार के सम्बन्ध में कोई आदेश पारित नहीं किया जा रहा है।
पक्षकारों को इस निर्णय की प्रमाणित प्रतिलिपि नियमानुसार उपलब्ध करायी जाय।
(उदय शंकर अवस्थी)
पीठासीन सदस्य
(महेश चन्द)
सदस्य
दिनांक : १६-०३-२०१६.
प्रमोद कुमार
वैय0सहा0ग्रेड-१,
कोर्ट-५.