Rajasthan

Jhunjhunun

EA/31/2015

Radheshyam - Complainant(s)

Versus

AVVNL - Opp.Party(s)

D.P.Varma

05 May 2016

ORDER

Heading1
Heading2
 
Complaint Case No. EA/31/2015
 
1. Radheshyam
Mitera,Khetari
...........Complainant(s)
Versus
1. AVVNL
Khetari
............Opp.Party(s)
 
BEFORE: 
 HON'BLE MR. JUSTICE Sh sukhpalBundel PRESIDENT
 HON'BLE MS. Ms. Sabana Farooqui MEMBER
 HON'BLE MR. Mr. Ajay Kumar Mishra MEMBER
 
For the Complainant:D.P.Varma, Advocate
For the Opp. Party: Rajesh Khedar, Advocate
ORDER

      तारीख हुक्म
    .                                 परिवाद संख्या 31/15
                               हुक्म या कार्यवाही मय इनिषियल्स जज
राधेष्याम    बनाम    सहायक अभियंता, अ.वि.वि.नि.लि. खेतडी टाउन तहसील खेतड़ी
                   जिला झुंझुनू (राज0) 
                                नम्बर व तारीख अहकाम जो इस हुक्म की तामिल में जारी हुए

05.05.2016                 प्रार्थना पत्र अंतर्गत धारा 25 व 27 उपभोक्ता सरंक्षण अधिनियम  
        प्रार्थी की ओर से वकील श्री द्वारकाप्रसाद वर्मा उपस्थित। विपक्षी की ओर से वकील श्री राजेष खेदड़ उपस्थित। उभयपक्ष की बहस सुनी गई। पत्रावली का ध्यानपूर्वक अवलोकन किया गया।
        विद्वान् अधिवक्ता प्रार्थी ने प्रार्थना पत्र मे अंकित तथ्यों को उजागर करते हुए बहस के दौरान यह कथन किया है कि प्रार्थी/परिवादी ने इस मंच के समक्ष एक परिवाद पेष किया, जो दिनांक 16.06.2014 को परिवादी के पक्ष में निर्णित किया गया । उक्त निर्णय के विरूद्ध विपक्षी ने माननीय राज्य उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग, बैंच जयपुर संख्या 1 के समक्ष अपील पेष की, जो दिनांक 30.04.2015 को खारिज करदी गई। इस अपील के दौरान मंच के निर्णय की पालना करते हुये विपक्षी ने परिवादी को संषोधित बिल 62012.40 पैसे का जारी कर दिया तथा परिवादी ने उक्त राषि जमा करवादी। माननीय राज्य आयोग जयपुर द्वारा अपील में विपक्षी से मंच के निर्णय अनुसार 11000/-रूपये परिवादी को खर्चे के रूप में दिलवाये जाने का आदेष पारित किया, परन्तु विपक्षी ने उक्त राषि प्रार्थी/परिवादी को अदा नहीं की है। 
        अंत में प्रार्थी ने प्रार्थना पत्र मय खर्चा स्वीकार फरमाया जाकर इ समंच के निर्णय एवं माननीय राज्य आयोग जयपुर के आदेष दिनांक 30.04.2015 की पालना में 11000/-रूपये दिलवाये जाने तथा आदेष की अवहेलना के फलस्वरूप विपक्षी को सजा दिये जाने की प्रार्थना की है।
        विद्धान अधिवक्ता विपक्षी/अप्रार्थी ने उक्त तर्को का विरोध करते हुए अपने जवाब के अनुसार बहस के दौरान यह कथन किया है कि प्रार्थी परिवादी की दिनांक 27.08.2015 को मृत्यु हो चुकी है, इसलिये विपक्षी ने माननीय राज्य आयोग के आदेष की पालना में विपक्षी ने चैक संख्या 453404 दिनांकित 04.09.2015 के जरिये प्रार्थी/परिवादी की धर्मपत्नी श्रीमती चुकली देवी को दिनांक    15.10.2015 को भुगतान किया जा चुका है, जिसकी प्राप्ति रसीद की फोटो प्रति पेष की गई है। इस प्रकार माननीय मंच एवं माननीय राज्य आयोग के आदेष की पालना हो चुकी है। इसलिये वर्तमान प्रार्थना पत्र चलने योग्य नहीं है। 
      

      अन्त में विद्धान अधिवक्ता विपक्षी ने प्रार्थी द्वारा प्रस्तुत प्रार्थना पत्र मय खर्चा खारिज किये जाने का निवेदन किया। 
      उभयपक्ष के तर्को पर विचार किया। पत्रावली का ध्यानपूर्वक अवलोकन किया गया।
       प्रस्तुत प्रकरण में यह स्पष्ट हुआ है कि इस मंच एवं माननीय राज्य आयोग के  आदेष दिनांक 30.04.2015 की पालना में अप्रार्थी/विपक्षी द्वारा प्रार्थना पत्र में वांछित राषि दिनांक 15.10.2015 को प्रार्थी/परिवादी की मृत्यु होने की स्थिति में उसकी पत्नी श्रीमती चूकली देवी को जरिये चैक संख्या 453404 दिनांक 15.10.2015 को अदा की जा चुकी है। उक्त राषि के संबंध में विपक्षी की ओर से श्रीमती चुकली देवी की प्राप्ति रसीद की फोटो प्रति पेष की है। उक्त रसीद की फोटो प्रति पत्रावली में संलग्न है। इस प्रकार अब इस प्रकरण में कोई कार्यवाही शेष नहीं रह जाती है।
       उपरोक्त विवेचन के फलस्वरूप प्रार्थी की ओर से प्रस्तुत यह प्रार्थना पत्र सारहीन होने से खारिज किए जाने योग्य है, जो एतद्द्वारा खारिज किया जाता है।
       पक्षकारान खर्चा मुकदमा अपना-अपना वहन करेगें।
        आदेश आज दिनांक 05.05.2016 को लिखाया जाकर मंच द्वारा सुनाया गया। 
        पत्रावली फैषल शुमार होकर बाद तकमील दाखिल दफतर हो।

 

 

 

 

 

 

 

 

 


    

 

 

 

 
 
[HON'BLE MR. JUSTICE Sh sukhpalBundel]
PRESIDENT
 
[HON'BLE MS. Ms. Sabana Farooqui]
MEMBER
 
[HON'BLE MR. Mr. Ajay Kumar Mishra]
MEMBER

Consumer Court Lawyer

Best Law Firm for all your Consumer Court related cases.

Bhanu Pratap

Featured Recomended
Highly recommended!
5.0 (615)

Bhanu Pratap

Featured Recomended
Highly recommended!

Experties

Consumer Court | Cheque Bounce | Civil Cases | Criminal Cases | Matrimonial Disputes

Phone Number

7982270319

Dedicated team of best lawyers for all your legal queries. Our lawyers can help you for you Consumer Court related cases at very affordable fee.